लखनऊ डेस्क/ छोटी दिवाली के अवसर पर राम की नगरी अयोध्या में भव्य दिवाली का आयोजन किया जा रहा है। इस दिवाली को त्रेता युग की तर्ज पर मनाया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाईक समेत योगी की पूरी कैबिनेट राम के दरबार में मौजूद रहेगी । सूबे का पहली बार कोई मुख्यमंत्री दीपावली मानने अयोध्या जा रहा है । त्रेता युग में 14 साल का वनवास काट जब भगवान श्रीराम अयोध्या वापस लौटे थे तो उनके छोटे भाई भरत ने उनका स्वागत किया था और पूरे नगर में दीपोत्सव कर जश्न मनाया गया था ।
अब कलयुग में एक बार फिर उसी अलौकिक आनंद को सूबे की भाजपा सरकार दोहराने जा रही है ।सरयू के तट पर एक बार फिर भारत मिलन होगा । राम दरबार में योगी के नेतृत्व वाली पूरी कैबिनेट माथा टेकेगी । पांच घंटे से ज्यादा के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी कई कार्यक्रम में शामिल होंगे । इस मौके पर अयोध्यावासी सरयू नदी में 1.71 लाख दीप जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाएंगे । इसके लिए प्रशासन ने हर घर से चार दिए मंगवाए हैं ।
लेकिन इस बहाने भाजपा सरकार कहीं न कहीं यह संदेश देने की भी कोशिश कर रही है कि राम मंदिर बनने में भले ही वक्त लग रहा हो लेकिन सरकार रामराज के लिए पूरी तरह समर्पित व संकल्पित है। योगी सरकार 133 करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास योजनाओं का भी शिलान्यास करेगी । इनके जरिए अयोध्या के विकास को प्रदेश के लिए एक मॉडल बनाने की कोशिश होगी ।