लखनऊ डेस्क/ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा तथा मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और मोहसिन रजा ने भी विधानपरिषद के सदस्य के रूप में शपथ ली। इन सभी को विधानपरिषद के सभापति रमेश यादव ने आज तिलक हाल में आयोजित समारोह में पद की शपथ दिलाई।
यह सभी सदस्य हाल ही में विधानपरिषद के उपचुनाव में निर्विरोध निर्वाचित हुये हैं। विधानपरिषद से पांच सदस्यों के इस्तीफे के कारण सभी सीटें रिक्त हुई थीं।
पिछली 19 मार्च को राज्य सरकार में ओहदेदार की शपथ लेने के छह माह के अंदर इन सभी का प्रदेश विधानमण्डल के किसी एक सदन का सदस्य बनना अनिवार्य था। यह अवधि कल 19 सितम्बर को खत्म हो रही थी।
योगी प्रदेश के ऐसे लगातार तीसरे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने उच्च सदन की राह अख्तियार की है। इससे पहले मायावती और अखिलेश यादव भी मुख्यमंत्री बनने के बाद विधानपरिषद के सदस्य बने थे।
उच्च सदन की जिन पांच सीटों पर चुनाव हुआ था, उनमें से चार सपा सदस्यों बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, सरोजिनी अग्रवाल और अशोक बाजपेयी तथा एक बसपा सदस्य ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई हैं। ये सभी त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हो गये हैं।