लखनऊ डेस्क/ लखनऊ में शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारंभ किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि मैं अपने सभी सहयोगियों के साथ-साथ सभी अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। उन्होंने कहा कि आज का दिन अहम है, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के कार्यालय के अलावा 20 दफ्तर ई-ऑफिस से जुड़ रहे हैं। ई-ऑफिस एक बड़ा कदम है, इसमें कुछ अच्छाइयां हैं तो कुछ कठिनाइयां भी होंगी।
हमने इस प्रणाली को पूरे प्रदेश में लागू करने का काम किया है । पीएम की मंशा के अनुरूप ई-ऑफिस महत्वपूर्ण है। 12500 पेपर के लिए हमें एक बड़ा पेड़ काटने पड़ते है और हर साल पेपर की मात्रा दोगुनी हो जाती है । मैंने फाइलों का बहुत ढेर देखा जो धूल से सनी हुई थी और जो अधिकारी वहां उन फाइलों की बीच बैठा होगा तो मैं मानता हूं कि वो दमे का मरीज़ तो बन ही जायेगा । शुरुआत में थोड़ी दिक्कत हो सकती है क्योंकि किसी भी व्यवस्था में बदलाव में दिक्कत आनी लाज़मी है मगर ये कारगर साबित होगी। ऑफिस से कार्य में तेजी आएगी ।आज हम अपने 20-22 कार्यालयों को ई-ऑफिस से जोड़ने का काम करने जा रहे हैं।
हम सिटीजन चार्टर लागू करना चाहते हैं मुझे विश्वास है जिन 20-22 कार्यालयों में हम इसे लागू करने जा रहे हैं उसकी ट्रेनिंग भी दी गई है। फिलहाल सीएम कार्यालय, आबकारी, सूचना होमगार्ड, संस्कृति, खेलकूद, परिवहन विभाग समेत कई विभागों को हम ई-ऑफिस से जोड़ने जा रहे है।
योगी सरकार भष्टाचार पर ब्रेक लगाने के लिए प्रदेश में ई-ऑफिस प्रणाली की नई व्यवस्था लागू करने जा रही है| जिसके लागू होने के बाद प्रदेशवासियों को फायदा तो मिलेगा, वहीं आने वाले वक्त में सरकारी व्यवस्था पर करप्शन के आरोपों पर लगाम लग सकेगा|