Home, हिंदी न्यूज़

भगवान जगन्नाथ की 139वीं रथयात्रा, श्रद्धालुओंं का उमड़ा सैलाब

अहमदाबाद डेस्क/  आज भगवान जगन्नाथ की 139वीं रथयात्रा कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच निकली। 15 किलोमीटर की इस यात्रा में भगवान के दर्शन पाने के लिए श्रद्धालु कतारें लगाकर खड़े थे। सबसे पहले गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने भगवान के रथों के लिए मार्ग की सफाई की पारंपरिक रस्म ‘पाहिंद विधि’ निभाई जिसके बाद जमालपुर स्थित 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बालभद्र और बहन सुभद्रा की रथयात्रा निकली। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह सुबह चार बजे मंदिर में होने वाली ‘मंगला आरती’ में शामिल हुए थे। रथयात्रा में सजे-धजे 18 हाथी, 101 ट्रक, करीब 30 धार्मिक मंडल और 20 गायक मंडलियां शामिल हुईं। यात्रा जमालपुर, कलुपुर, शाहपुर और दरियापुर जैसे कुछ संवेदनशील इलाकों से भी गुजरेगी।

रथयात्रा की कुल लंबाई 1.5 किलोमीटर है और यह लगभग 11 घंटों में वापस मंदिर पहुंच जाएगी। अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलिस विभाग ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा इंतजामों को देखने के लिए गुजरात के गृह राज्यमंत्री रजनी पटेल भी मंदिर में मौजूद थे। पटेल ने कहा, ‘‘हालांकि हमें आतंकी हमले जैसे कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है लेकिन इतने बड़े पैमाने पर होने वाले आयोजन हमेशा ही असामाजिक तत्वों के निशाने पर रहते हैं। इसलिए नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को यहां तैनात किया है। शहर में अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त जे के भट्ट के मुताबिक यात्रा मार्ग पर पुिलस, रिजर्व पुलिस बल और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के 18,000 जवानों को तैनात किया गया है।

पूरे मार्ग पर पुलिस सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क के जरिए शहर और गांधीनगर में मौजूद दो नियंत्रण कक्षों से निगरानी रख रही है। भट्ट ने बताया कि, ‘‘पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर नाइट विजन कैमरे मिलाकर कुल 700 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं ताकि सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। निगरानी रखने के लिए हम मानवरहित विमानों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।’’ यात्रा की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस महानिरीक्षक और उप महानिरीक्षक स्तर के 9 अधिकारियों, 33 पुलिस अधीक्षकों, 81 उप अधीक्षकों, 250 पुलिस निरीक्षकों, 900 पुलिस उप निरीक्षकों, 8,000 हवलदारों, 5,600 होमगार्ड के जवानों और 1,500 प्रशिक्षुओं पर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *