नई दिल्ली डेस्क/ देश में चुनाव कराने वाली संस्था भारतीय निर्वाचन आयोग पर ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर हाल के दिनों में खूब सवाल उठे हैं| चुनाव आयोग ने सवाल करने वालों को चुनौती दी कि ईवीएम को हैक करके दिखाएं| इसको लेकर चुनाव आयोग आज हैकेथॉन का आयोजन कर रही है| इस खुले हैकेथॉन के जरिए चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है कि वे अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए उन आरोपों को साबित करें जिनकी वजह से वे ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं| इस चैलेंज को केवल दो राष्ट्रीय पार्टियां एनसीपी और माकपा हिस्सा लेंगी| उधर नैनीताल हाई कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्रीय निर्वाचन आयोग के ईवीएम चैलेंज के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया|
शनिवार को दोनों पार्टियों को चार-चार मशीनें दी जाएंगी| सुबह दस बजे से उनका समय शुरू होगा और दोपहर दो बजे तक चार घंटों के दौरान उन्हें साबित करना होगा कि ईवीएम से छेड़छाड़ करके चुनाव परिणाम को प्रभावित किया जा सकता है| यह दो चरणों में होगा। पहले चरण में पार्टियों को यह साबित करना होगा कि ईवीएम में छेड़छाड़ करके प्रत्याशी या पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाया गया| उन्हें कंट्रोल यूनिट में मौजूद परिणाम को बदलकर दिखाना होगा| इसके लिए वह मशीनों के बटनों का इस्तेमाल कर सकेंगे। साथ ही मोबाइल व ब्लूटूथ जैसी डिवाइस के प्रयोग की भी आजादी होगी|
दूसरे चरण में उन्हें साबित करना होगा कि विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल की गई मशीनों में चुनाव से पहले छेड़छाड़ की गई थी। दोनों दलों के लिए दो अलग-अलग काउंटर स्थापित किए जा रहे हैं| आप का कहना है कि चुनाव आयोग ने कभी भी हैकाथन की बात नहीं की थी| EC ने हमेशा ही ईवीएम चैलेंज की बात की है| आम आदमी पार्टी के टेक ग्रुप ने फैसला किया है कि अपनी खराब मशीन के चैलेंज को वह 3 जून को आयोजित करेंगे| इसमें वह देश के सभी एक्सपर्ट और चुनाव आयोग के एक्सपर्ट को भी आमंत्रित करते हैं|