TIL Desk #Election/ मोदी के नाम समूचा उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड भगवा हो गया | सपा हो या बसपा सभी के बड़े-बड़े किले और गढ़ ध्वस्त हुए | कांग्रेस तो अपना घर भी न बचा पायी | 2014 की तर्ज पर कुछ ऐसी सुनामी आयी कि चारों और मोदी ही मोदी गूंजता दिखा | मायावती ने तो हार का ठीकरा सीधे चुनाव आयोग पर ही फोड़ दिया | परिणाम आ ही रहे थे कि मीडिया को बुलाकर आरोप जड़ा EVM में छेड़छाड़ की गयी है | जांच होनी चाहिए अन्यथा अदालत तक जा सकती हूँ | अखिलेश ने जनता के फैसले को स्वीकार किया कहा यूपी वाले शायद एक्सप्रेस वे या मैट्रो नहीं चाहते उन्हें बुलेट ट्रैन चाहिए | अब सभी दल अपनी हार के कारणों पर माथापच्ची करेंगें | पर समाजवादी परिवार कि कलह जो अपने कुनबे को ही न बचा सकी वो यूपी को क्या बचाएगी | सपा के लिए यही सबसे बड़ा सबक है जो जनता ने उसे सिखाया |
ख़ास कर यूपी में सत्ता का संचालन बहुत आसान नहीं होगा | प्रदेश के किसानों ने उसे झोली भर वोट बैंकों से अपने क़र्ज़ को माफ़ कराने के लिए ही दिया है | अब कितने करोड़ का क़र्ज़ माफ़ होगा यह शाषक दल कि सिरदर्दी है | साथ ही छात्रों को लैपटॉप भी चाहिए, जनता को कानून व्यवस्था में सुधार, अच्छी सड़कों, स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी, भरपूर पानी व बिजली कि दरकार है | यहीं वजह है कि उसने स्मार्टफोन व् मुफ्त में प्रेशर कुकर जैसे गिफ्टों को नकार दिया | प्रदेश में पिछली तीन सरकारों के दौरान लोग ठेकों व् पट्टों के आवंटन में दलाली, सरकारी नौकरियों कि नीलामी, जातीय आधार पर अनुकंपा या उपेक्षा, अपराधियों से न्याय कि लालसा, थानों पर जाति विशेष के अधिकारियों कि नियुक्ति अथवा SC ACT के तहत जबरियां ठोके गए मुकदमों से पीड़ित रहें हैं |
अब भाजपा को 2019 लोकसभा चुनाव से पहले इनमें से बहुत से कारकों को सुधारना होगा | नए मुख्यमंत्री के लिए बेलगाम अफसरशाही पर नियंत्रण भी एक बड़ी चुनौती साबित होगा | यूपी के लोगों ने 403 के सदन में 325 का प्रचंड बहुमत देकर भाजपा को सत्ता शीर्ष सौंपा है तो स्वाभाविक है अपेक्षाएं भी होंगी |
सबसे पिछड़े बुंदेलखंड ने तो अपनी सभी 19 सीटें उसे सौगात में दे दीं | उसे भी उम्मीद है कि मोदी के लोग उसकी बदहाली दूर करेंगें | उत्तरप्रदेश व् मध्यप्रदेश के मकड़जाल में उलझा शीर्ष क्षेत्र चित्रकूट भी अपने विकास कि राह ताक रहा है| कारण केंद्र, उत्तरप्रदेश व् मध्य प्रदेश अब तीनो ही जगहों पर भाजपा कि सरकारें हैं | इस धर्मस्थली के लोग चित्रकूट के केंद्रीयकरण किये जाने कि मांग एक लंबे अरसे से कर रहें हैं | ताकि सीमा विवाद विकास में आड़े न आये | इस तरह कि अनेकों ऐसी समस्याएं हैं जिनके हल होने कि लोग उम्मीद पालें हैं | अब देखना यह हैं कि इनमें से कितने सपने पूरे होंगे और लोग राम राज में रहने जैसा महसूस करेंगें |
सुधीर निगम
रेजिडेंट एडिटर
TV INDIA LIVE (Broadcasting Service)
Like us: https://www.facebook.com/shabdansh
———————————————————-
Like us: www.facebook.com/tvindialive
(Log on: www.tvindialive.in | tvindialive.com | tvindialive.org)