नई दिल्ली
पाकिस्तान के साथ पिछले महीने हुए संघर्ष और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने वाले डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को प्रमोशन दिया गया है. जनरन घई ऑपरेशन सिंदूर के बारे में प्रेस ब्रीफिंग से चर्चा में आए थे. पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष में वो सेना का प्रमुख चेहरा रहे हैं. उनके प्रमोशन को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का इनाम के तौर पर देखा जा रहा है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रेस ब्रीफिंग कर चर्चा में आए लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को प्रमोशन मिला है. उन्हें डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (रणनीति) के पद पर पदोन्नत किया गया है. भारतीय सेना के सभी ऑपरेशनल वर्टिकल डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सुरक्षा) को रिपोर्ट करेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल घई सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) का कार्यभार संभालते रहेंगे.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किया था प्रेस कॉन्फ्रेंस
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान के साथ जारी संघर्ष पर जानकारी देते थे. उन्होंने सीजफायर के बाद भी प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था और बताया था कि पाकिस्तानी डीजीएमओ के साथ उनकी बात हुई थी. जिसमें पाकिस्तान की ओर से युद्ध विराम के बारे में गुहार लगाई गई थी. तब भारत ने अपनी शर्तों के आधार पर सीजफायर के लिए तैयार हुआ.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम) से हुए सम्मानित
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 4 जून को सशस्त्र बलों के कई शीर्ष अधिकारियों और भारतीय तटरक्षक बल तथा सीमा सड़क संगठन के अन्य कर्मियों को असाधारण सेवा प्रदान करने के लिए विशिष्ट सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया था. सम्मान पाने वालों में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई भी शामिल थे. सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम) से सम्मानित किया गया.