TIL Desk New Delhi:👉भारत यात्रा के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुईज्जू के तेवर बदले-बदले नजर आए. अब वो भारत के खिलाफ नहीं बल्कि चीन के खिलाफ कदम उठा रहे हैं. उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है |
मुइज्जू ने मालदीव में चीनी कंपनी से लामू गाधू ट्रांसशिपमेंट पोर्ट प्रोजेक्ट पर किया गया करार खत्म कर दिया है और उसे भारत को सौंप दिया है |
आपको बता दें कि लामू गाधू ट्रांसशिपमेंट पोर्ट प्रोजेक्ट का काम कंप्लीट करने का पहले कॉन्ट्रैक्ट चीन की कंपनी को मिला था | चीन की CAMCE कंपनी लिमिटेड के साथ मालदीव सरकार ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था |
ऐसा बताया जाता है चीन की कंपनी इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी सुस्त पड़ी थी और काम बेहद धीमी गति से चल रहा था | मुइज्जू इसी बात से नाराज थे और उन्होंने भारत के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करने का प्लान बनाया |