India, हिंदी न्यूज़

स्वतंत्रता दिवस पर देखें टॉप 5 पाकिस्तानी शोज

स्वतंत्रता दिवस पर देखें टॉप 5 पाकिस्तानी शोज

TIL Desk Mumbai:👉वर्षों पहले हमने जो आजादी हासिल की, स्वतंत्रता का वो दिवस सिर्फ छुट्टी बिताने का एक दिन मात्र नहीं है। ये समय है थोड़ा सोच-विचार करने, उत्सव मनाने और हां, मनोरंजन के लिए थोड़ा वक्त निकालने का, जिसमें आजादी का जज्बा हो और जि़ंदगी की काफी सारी चीजों को लेकर हम स्वतंत्र महसूस कर पाएं। जि़ंदगी चैनल अपनी अलग-अलग तरह की रोचक कहानियों व सीमा पार के कंटेंट के लिए जाना जाता है। ये दो देशों को कला के माध्यम से जोड़ने का काम करता है, जिसमें कई रंगों से भरपूर अर्थपूर्ण कंटेंट है। आजादी के इस पर्व पर आप ऐसे ही कुछ कंटेंट देख सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस माह के रूप में जि़ंदगी का ये प्लेटफॉर्म जि़ंदगी के अलग-अलग नजरिए से आजादी का अर्थ समझाने के लिए तैयार है। जिसमें अपना कॅरियर चुनने की आजादी, अपना जीवनसाथी चुनने की आजादी, निर्णय लेने और ना जाने जि़ंदगी के कितने ही पहलुओं से जुड़ी आजादी की बात विशेषरूप से तैयार किए गए इन शोज में कही गई है।

यहां 5 ऐसे ही बेहतरीन शोज के बारे बताया गया है जिससे स्वतंत्रता दिवस का आपका अनुभव और भी अच्छा हो जाएगा अहद-ए-वफ़ा ,ये सीरीज चार स्कूली दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है। इनकी अपनी-अपनी उम्मीदें, मकसद और लक्ष्य हैं। बीतते वक्त के साथ उन्हें अपनी दोस्ती और कॅरियर में अनचाहे ट्विस्ट और टर्न, मुश्किलों, चुनौतियों और धोखे का सामना करना पड़ता है। इस सीरीज में मुख्य रूप से कॅरियर के सही चुनाव और उसका किसी की जि़ंदगी पर क्या असर पड़ता है, उस पर फोकस किया गया है। वैसे चुनाव करना मुश्किल हो सकता है और इस सीरीज के साद की तरह एक से अधिक भी हो सकता है, लेकिन वो चुनाव किसी और से प्रभावित नहीं होना चाहिए। हर किसी को अपने सपने और कॅरियर को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही अपने चुनाव के साथ आने वाली अच्छी और बुरी चीजों से लड़ना आना चाहिए। अहद-ए-वफ़ा अपना कॅरियर चुनने की आजादी मिलने का एक सही उदाहरण है। ये चारों दोस्त जब अपने-अपने रास्ते चुनते हैं तो आगे क्या होता है ये जानने के लिए देखें अहद-ए-वफ़ा।

रक्स ए बिस्मिल रस्क-ए-बिस्मिल, मूसा और जोहरा की कहानी है। उनकी जि़ंदगी का सफर उतार-चढ़ाव से भरा है। मूसा प्यार की तलाश में है और उसे महसूस होता है कि वो जोहरा की तरफ खिंचा चला जा रहा है, लेकिन उन्हें ये बात बोलनी होगी। ये सीरीज बोलने की आजादी पर जोर देती है। साथ ही ये सीरीज जोहरा की तरह ही अपनी सोच रखने और फैसला करने की आजादी की बात कहती है, जहां वो समाज में पुरुषों के लिए दोहरे मापदंडों पर सवाल खड़े करती है। आज के दौर में हमें अपनी बात रखने की आजादी है और हमें इस आजादी का सही इस्तेमाल करना चाहिए। सारी मुश्किलों के बावजूद भी इश्क का यह दरिया कैसे पार होता है, यह जानने के लिए देखिए, रक्स-ए-बिस्मिल। यह खूबसूरत शो 25 अगस्त से 7 सितंबर तक हर दिन शाम 6 बजे प्रसारित होगा।

काबुली पुलाव ,काबुली पुलाव बेहद खूबसूरत कहानियों में से एक है, जिसमें बिना किसी डर और दखलअंदाजी के जीवनसाथी के चुनाव की आजादी का किस्सा दिखाया गया है। बारबिना ने अफगानिस्तान बम धमाके में अपने शौहर को खो दिया और वहां से वो पाकिस्तान आ गई। अपना पेट पालने के लिए उसने यहां आकर काबुली पुलाव बेचना शुरू कर दिया। मदद का हाथ थामते हुए वो हाजी मुस्तफा की जि़ंदगी में दाखिल हो जाती है। इसी बीच अचानक ही एक ऐसी घटना घटती है, जिसकी वजह से हाजी को बारबिना से शादी करनी पड़ती है। वो अपनी और अपने परिवार की इज्जत की खातिर अपनी मर्जी से उसे अपना जीवनसाथी चुनती है। वैसे तो आज के समय में कई पुरुष और महिलाएं अपना जीवनसाथी चुनते हैं, लेकिन चुनाव की इस आजादी में कोई दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए। क्या होगा इस अनूठी कहानी में जब एक जोड़ा उम्र और संस्कृति की वजह से बिछड़ जाता है, लेकिन लड़की का अतीत सामने आने के बावजूद भी एक-दूसरे का सम्मान और प्यार करना सीखते हैं? देखिए, काबुली पुलाव,प्रसारित हो रहता है 24 अगस्त से 10 सितंबर तक, हर रात 9 बजे। आप भी हिस्सा बनें बारबिना के आजादी के इस सफर का।

धूप की दीवार ,जैसा कि इसके नाम से पता चलता है ये नफरत की बजाय दिलों में प्यार पनपने की प्रेम कहानी है। इसमें पाकिस्तान की रहने वाली सारा शेर अली और भारत के रहने वाले विशाल मल्होत्रा के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ जाती है। लोग सच ही कहते हैं प्यार की कोई सीमा नहीं होती। ये भद्दी-सी बहस उनके पिताओं के वर्षों पुरानी सीमाओं की लड़ाई में शहीद होने की बात पर होती है। हर इंसान को देश की सीमाओं, मजहब, संस्कृति और जेंडर से परे प्यार करने की आजादी है। इसी बात को बड़ी ही खूबसूरती से इन दो मुख्य किरदारों के माध्यम से शो में दिखाया गया है। उन दोनों के बीच एक रिश्ता-सा कायम हो जाता है और उन दोनों को ही एहसास होता है कि उन्होंने आखिर क्या खोया है। प्यार की आजादी के साथ, दो युद्धरत देश एक रास्ता चुनते हैं, लेकिन क्या किसी को सचमुच प्यार की कीमत चुकानी पड़ेगी? जानने के लिए देखें, धूप की दीवार, सभी कंटेंट प्रेमियों के लिए इसका प्रसारण 18 अगस्त से 6 अक्टूबर तक हर रविवार दोपहर 12-2 बजे किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *