अशोकनगर
अशोकनगर जिले में शराब माफिया का गजब का कारनामा सामने आया। शराब बनाने वाले माफियाओं ने एक नदी को ही शराब की फैक्ट्री में तब्दील कर दिया। शराब को छुपाने और स्टॉक करने का अनोखा तरीका देख पकड़ने गए पुलिस कर्मी भी हैरान रह गए।
मामला अशोकनगर 15 किलोमीटर दूर माधौगढ ग्राम का है। यहां से निकली ओर नदी पर आसामाजिक तत्वों द्वारा अवैध हाथ भट्टी की शराब बडे स्तर पर बनाने की सूचना मिली थी। जिस पर कचनार पुलिस ने करीब 50 पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों की टीम बनाकर थाना प्रभारी पूनम सेलर के साथ ग्राम माधौगढ़ पर दबिश दी।
नदी में खाली जगहों पर बड़े बडे़ गड्डे मिले
गांव के पास बहने वाली ओर नदी में खाली जगहों पर बड़े बड़े गड्डों में सीमेंट, प्लास्टिक, लोहे की टंकियां मिली। इनमें गुड लहान का प्रयोग कर बडे स्तर पर अवैध कच्ची शराब बनाई जा रही थी। उसी समय दो-तीन लोग पुलिस को आता देख टंकियों में तोड़ फोड़ करने लगे। वे टंकियों में पानी डालकर नदी के रास्ते पेड़ और झाडियों का सहारा लेकर भाग गए।
7600 लीटर लहान और 254 लीट कच्ची शराब
इस दौरान पुलिस द्वारा लहान कुल करीब 7600 लीटर अनुमानित मूल्य 7 लाख 60 हजार रू एवं टंकियों में 254 लीटर कच्ची शराब अनुमानित मूल्य ₹38100 की मिली। कचनार पुलिस ने शराब को जप्त कर आरोपियों के खिलाफ धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। गुड लहान की टंकियों में से गुड लहान को फैला कर नष्ट किया गया।
जमीन में भी छुपी मिली शराब
इस दौरान पुलिस ने जब मौका स्थल पर छापा डाला तो जमीन के अंदर लोहे की बड़ी-बड़ी टंकियां जमीन के अंदर छुट्टी मिली जिन्हें ऊपर से झाड़ियां से छुपा दिया गया था। तो वही पुलिस की सर्चिंग में नदी से लगे खेतों में शराब की केन और टंकियां भी बरामद हुई।
रंगपंचमी के मेले में खपाने की थी तैयारी
पुलिस के अनुसार जिले में रंग पंचमी पर आयोजित होने वाले सबसे बड़े मेले में इस अवैध शराब को खपाने की तैयारी थी। क्योंकि रंग पंचमी पर मेले में लोग भारी संख्या में शामिल होगे। कई लोग इस दौरान शराब की बिक्री करते हैं। इसलिए पुलिस उप महानिरीक्षक/ पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन के ने अवैध शराब पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।