रामपुर डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोहम्मद आजम खान ने कहा है कि जो हो रहा है, उस पर नजर रखना बेहतर है और परिस्थितियों में सबसे बेहतर मुकाबला करना चाहिए। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “सत्ता में बैठे लोगों के साथ हुए अन्याय पर टिप्पणी करने का क्या फायदा। हमें वास्तव में इस उपचुनाव में लोकतंत्र की एकता और शक्ति का प्रदर्शन करके आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उदाहरण पेश करना चाहिए।” आजम खान ने पार्टी सदस्यों और कार्यकर्ताओं से एकता प्रदर्शित करने और 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में सपा प्रत्याशी असीम राजा की जीत के लिए काम करने का आग्रह किया।
उन्हें तब बड़ा झटका लगा है जब उनके करीबी फसाहत अली खान हाल ही में 250 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, समाजवादी पार्टी ने कभी भी जाति या धर्म के आधार पर लोगों के बीच अंतर नहीं किया। मैं कहना चाहता हूं कि चुनाव आते और जाते हैं, लेकिन इस बार रामपुर के चुनावों में ऐसा घोर अन्याय हो रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान 2019 में दर्ज एक अभद्र भाषा के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आजम खान की उत्तर प्रदेश विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
उन्होंने 8 अक्टूबर को अपनी अयोग्यता तक रामपुर सदर सीट का प्रतिनिधित्व किया। उपचुनाव में, भाजपा ने आकाश सक्सेना को मैदान में उतारा है, जो इस साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव में आजम खान से 50,000 से अधिक मतदाताओं के अंतर से हार गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 2 दिसंबर को आकाश सक्सेना के पक्ष में जनसभा करने की उम्मीद है।