गरीब असहाय बच्चों का केंद्र बनी
TIL Desk Lucknow/ लखनऊ के हजरतगंज स्थित आसमा हुसैन इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलॉजी आईएफटी ने 30 मई से 6 जून तक आईएफसी कैंप में महिंद्रा प्राइड क्लासरूम नंदी फाउंडेशन के सहयोगी रोजगार कौशल पर 7 दिनों की वर्कशॉप आयोजित की। इस वर्कशॉप में पर्सनैलिटी डेवलपमेंट बॉडी लैंग्वेज और प्रोफेशनल ग्रूमिंग कम्युनिकेशन स्किल आदि मुख्य विषय थे आईएफटी के छात्रों के साथ अन्य कालेजों के छात्रों ने भी पार्टिसिपेट किया। कार्यशाला में कुल 60 से 70 छात्र छात्राओं ने पार्टिसिपेट किया जिसमें 21 मूक बधिर छात्र भी थे।
एमएसएमई सचिव प्रांजल यादव समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे उन्होंने छात्रों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और उन्हें सर्वश्रेष्ठ 3 छात्रों को प्रमाण पत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि एआईएफटी सीएमडी अस्मा हुसैन ने कहा कि जो बच्चे कॉलेज में पढ़ रहे हैं स्कूलों में पढ़ रहे हैं टेक्निकल कोर्स कर रहे हैं जो अभी सोच रहे हैं कि कुछ करेंगे अपने टैलेंट को कैसे दिखाएं डिग्री होने के बावजूद भी लोगों को जवाब नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि यह कैंप 7 दिन का था जिसमें पूरे दिन का वर्कशॉप हो रहा है जिससे आपको किस तरीके की जॉब चाहिए हुनर क्वालीफिकेशन टैलेंट के आधार पर आपको जॉब मिल जायेगी। उन्होंने कहा कि कैम्प के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई गई बहुत अच्छा रिस्पांस दिखाई दिया 32 बच्चों में से 12 बच्चों ने सुन नहीं सकते बोल नहीं सकते उनको ट्रनिंग के माध्यम से मुख्य धारा में जुड़ने का काम मिल सकता है। मुख्य अतिथि और छात्राओं का स्वागत किया उन्होंने वर्कशॉप में योगदान के लिए छात्रों की सराहना की और एक सफल कैरियर के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी।