यमुनानगर
यमुनानगर में सितंबर 2024 को 6 साल की मासूम का अपहरण कर गांव के ही एक युवक ने मासूम के साथ गन्ने के खेत में दरिंदगी करने के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया। आरोपी शव को गन्ने के खेत में ही घास फूस के नीचे दबकर फरार हो गया था। पकड़े जाने के बाद कोर्ट ने गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपी को आज फांसी की सजा सुना दी गई है। आरोपी को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद मृत्क के पिता इस फैसले से खुश नजर आ रहे हैं
यमुनानगर के कस्बा छछरौली के गांव दसौरा में सितंबर 2024 को गांव की ही एक 6 साल की मासूम लापता होगी मासूम के लापता होने पर ग्रामीण उसे ढूंढने लगे। इस बीच किसी ने बताया कि गांव का ही राजेश मासूम को कंधों पर उठाकर गन्ने के खेत की तरफ जाते हुए देखा था तभी ग्रामीण इकट्ठे हुए और गन्ने का खेत खंगालने लग गए।
काफी दूर जाकिर ग्रामीणों ने देखा की मासूम खून से लथपथ घासफूंस के नीचे मृत पड़ी है। सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें मौके पर पहुंच गई और मौके पर ही सीन ऑफ क्राइम टीम को भी बुला लिया गया । पुलिस ने मौके से शव को कब्जे में लेने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था लेकिन आरोपी को पकड़ने के लिए ग्रामीण एकजुट हो चुके थे।
पुलिस ने तो अपना काम कर दिया लेकिन कोर्ट ने इस मामले में गवाहों के बयान लिए और सीन ऑफ क्राइम टीम ने जो रिकॉर्ड कोर्ट में पेश किया था। उन सब को लेकर वकीलों की बहस के बाद आज कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए आरोपी को सजाए मौत सुना दी।
कोर्ट ने जैसे ही अपना फैसला सुनाया पीड़ित पिता की आंखों से खुशी के मारे आंसू निकल आए और उन्होंने कहा कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा था और आज कोर्ट ने उसे भरोसे को साबित कर आरोपी को फांसी की सजा दी है ऐसे में सरकारी वकील का भी कहना था कि इस मामले में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती और नए कानून के तहत यह पहला ऐसा फैसला है, जिसमें कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है