लखनऊ डेस्क/ लखनऊ विश्वविद्यालय में कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स के मुख्य द्वार पर स्थापित भगवान बुद्ध की मूर्ति को ‘केसरिया’ रंग में रंगा देख शिक्षक और छात्र हैरान हो गए। उन्होंने इस पर नाराजगी भी जताई । बाद में पता चला कि पेंटिंग का काम कर रहे एक मजदूर ने गलती से 60 साल पुरानी मूर्ति को भगवा रंग में रंग दिया।
कॉलेज के प्राचार्य ने कहा, एक मजदूर ने गलती से इसे भगवा रंग में रंग दिया। लेकिन जैसे ही मामला मेरे संज्ञान में आया, मैंने गलती को सुधार लिया और मूर्ति को सफेद रंग से रंग दिया गया। उन्होंने कहा कि हम मूर्ति को सुंदर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। बुद्ध की इसे मूर्ति को प्रसिद्ध मूर्तिकार अवतार सिंह पंवार द्वारा 1950 के दशक के अंत में बनाई गई थी। इस समय स्थापना दिवस समारोह से पहले परिसर में मरम्मत का काम किया जा रहा है।
इस बीच शिक्षकों ने मूर्ति के मूल स्वरूप को बिगाड़ने के लिए प्रशासन की आलोचना की। एक वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य ने कहा: यह दुख की बात है कि यह मूर्ति सिर्फ कला का एक टुकड़ा नहीं है, बल्कि इससे जुड़ा एक इतिहास है, उसे एक विशेष रंग से रंग दिया गया, इससे इसका मूल स्वरूप खो गया।