भोपाल
एनजीओ में डोनेशन दिलवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले एक गिरोह का भोपाल पुलिस ने भांडाफोड़ करते हुए तीन आरोपितों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। गिरोह के सरगना संदीप पांडे ने देशभर के प्रमुख शहरों में एजेंट बैठा रखे थे, जो एनजीओ संचालकों को करोड़ों का डोनेशन दिलवाने का लालच देते और उनसे सिक्योरिटी अमाउंट के तौर पर लाखों रुपये हड़प लेते। ये रुपये एक कंपनी के बैंक खाते में जाते थे, जो वास्तव में फर्जी थी। इसी तरह ठगों ने भोपाल के एक एनजीओ संचालक से धोखाधड़ी की थी।
कंपनी के ब्लैकमनी को व्हाइट करने के बहाने से देता था लालच
एसआई सुनील रघुवंशी ने बताया कि मूलत: उत्तरप्रदेश के रानीगंज का रहने वाला संदीप पांडे मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता है।
उसने पुणे, बेंगलुरु, इंदौर और नागपुर समेत कई बड़े शहरों में ऐसे एजेंट तैयार किए थे, जो कि एनजीओ संचालकों को डोनेशन दिलवाने का लालच दे और उन क्लाइंटों से संपर्क करवाए।
संदीप एनजीओ संचालकों को बताता कि उसकी कंपनी में ब्लैकमनी है, वह करोड़ों की मोटी राशि उनके एनजीओ में ट्रांसफर करेगा।
फिर एनजीओ वापस उस कंपनी को आधी राशि व्हाइट मनी के तौर पर लौटा देगा। इस तरह लालच देकर वह पिछले दिनों भोपाल में ग्रंथ एजुकेशन सोसायटी के संचालक से 18 लाख की ठगी कर चुका है।
कई एजेंटों के संपर्क मिले
एसआइ सूर्यवंशी ने बताया कि आरोपित के पास मिले फर्जी कंपनी के बैंक खाते में इस प्रकार के कई डीडी मिले हैं, जिससे करोड़ों की ठगी का अनुमान है। आरोपित के संपर्क कई एजेंटों से है, जो दूसरे शहरों में बैठकर उसके लिए काम करते हैं। आरोपित के पुराने रिकार्ड को खंगाला जा रहा है।