भोपाल
भोपाल में कॉलेज छात्राओं को ड्रग्स, सेक्स, धोखा और ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाने के मामले में लव-जिहाद के मुख्य आरोपी फरहान को शॉर्ट एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली लगी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने हिरासत के दौरान पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, इसी दौरान झूमाझटकी में उसके पैर में गोली लग गई। अब इस मामले में मंत्री विश्वास कैलाश सारंग का बयान सामने आया है। मंत्री सारंग ने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि "ऐसे लोगों के पैर पर नहीं, छाती पर गोली मारनी चाहिए। ये लोग इस धरती पर बोझ हैं। लव जिहाद जैसे कुकृत्य करने वालों को इस प्रदेश और देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। मंत्री ने आगे कहा कि जो लोग महिलाओं की गरिमा से खिलवाड़ करते हैं, मासूम लड़कियों को निशाना बनाते हैं और समाज को नशे के जाल में फंसाते हैं, ऐसे अपराधियों को सरे राह गोली मारकर खत्म कर देना चाहिए। बता दें आरोपी फरहान पर गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज है, जिनमें दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग, ड्रग तस्करी और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने जैसे संगीन आरोप शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार देर रात अशोका गार्डन पुलिस फरहान को लेकर गिरोह के फरार आरोपी अबरार की तलाश में सीहोर जिले के बिलकीसगंज जा रही थी। फरहान को शुक्रवार को ही अशोका गार्डन पुलिस ने रिमांड पर लिया है। फरहान ने पुलिस से कहा कि अबरार बिलकीसगंज में छिपा है। पुलिस रात साढ़े ग्यारह बजे अशोका गार्डन थाने से सुरक्षा बल के साथ फरहान का लेकर बिलकीसगंज जा रही थी। रातीबड़ थाने के आगे निकलते ही सरवर गांव में फरहान ने पेशाब करने के लिए गाड़ी रुकवाई। उसकी सुरक्षा के लिए उप निरीक्षक सहित दो पुलिस वाले उसकी सुरक्षा के लिए नीचे उतरे। इस बीच आरोपी फरहान उप निरीक्षक की पिस्टल छीनकर फरार होने की कोशिश की। दोनों के बीच छीना झपटी में उप निरीक्षक के पिस्टल से गोली चल गई जो फरहार के पैर में लगी है।
चन्नी का बयान बेहद शर्मनाक है
कांग्रेस सांसद चरणजीत चन्नी के बयान पर मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हर समय कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ रहा है। पाकिस्तान परस्ती की बात करना कांग्रेस नेतृत्व का उनके नेताओं के लिए निर्देश है। देश अब यह बर्दाश्त नहीं करेगा। यह सेना और सैनिकों के मनोबल को तोड़ने का षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान के एजेंडे पर काम कर रही है। जब देश सेना के साथ खड़ा है तब ऐसे बयान सेना को हतोत्साहित करती है। कांग्रेस ने जो आपत्तिजनक ट्वीट किया उसे सबसे पहले पाकिस्तान ने रिट्वीट किया। क्या कांग्रेस पाकिस्तान की स्क्रिप्ट पर बयान देती है। उन्होंने कहा कि चन्नी का बयान बेहद शर्मनाक है।
मंत्री ने कहा- लव जिहाद मामले को हल्के में नहीं लेंगे
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मांतरण का मामला सामने आया है. संवेदनशील मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने तत्परता से कार्रवाई शुरू कर दी है. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि उनकी सरकार लव जिहाद के किसी भी मामले को हल्के में नहीं लेगी. आरोप है कि धर्म विशेष के कुछ युवकों ने अपनी बातों के जाल में फंसा कर कुछ हिंदू लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया. इतना ही नहीं इन पीड़ितों के जरिए और लड़कियों को फंसाने का काम किया.
ऐसा लगता है कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है : सारंग
मंत्री विश्वास सारंग ने इस घटना को लेकर कहा, " सरकार के संज्ञान में इस मामले के आते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है. अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है जो इस पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी. यह एक बहुत ही गंभीर मामला है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ऐसा लगता है कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है और इसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं."
मंत्री सारंग ने आगे कहा, " जिन बेटियों के साथ यह अमानवीय कृत्य हुआ है, उनकी पहचान को गोपनीय रखा जाएगा और पूरी संवेदनशीलता के साथ जांच आगे बढ़ाई जाएगी. राज्य सरकार इस प्रकार की घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और 'लव जिहाद' जैसे मामलों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. एसआईटी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जांच निष्पक्ष और गहन होनी चाहिए, यदि इस मामले से जुड़े और लोग सामने आते हैं तो उन्हें भी गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाएगी
डीसीपी (जोन 2) संजय अग्रवाल ने पूरे केस के बारे में बताया. उन्होंने कहा, पीड़िताओं की रिपोर्ट में संबंधित थानों में मामला दर्ज किया गया है. एसआईटी गठित की गई है. मुख्य आरोपी को बागसेवानिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपियों को भी अलग-अलग थानों में गिरफ्तार कर लिया गया है. कुछ आरोपी फरार हैं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. अग्रवाल के मुताबिक जो कंटेंट उनके पास मिले हैं उस आधार पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लगाया गया है. सभी आरोपियों के मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए गए हैं.