TIL Desk वाराणसी:आज रामनवमी है आज के दिन भगवान श्री राम के विभिन्न प्रकार से पूजन पाठ किए जाते हैं लेकिन आज हम आपको ले चलेंगे परंपराओं और संस्कारों के शहर काशी में जहां पर एक बैंक है जिस बैंक का नाम है राम रमापति बैंक इस बैंक में पैसा नहीं बल्कि भगवान श्री राम के नाम जमा होता है.आज से 97 वर्ष मानव कल्याण अर्थ इस बैंक की स्थापना स्वामी रामदास द्वारा किया गया था तब से लेकर आज तक बैंक में लगभग 19 अब से अधिक राम नाम जमा है.
यह अनुष्ठान 7:00 बजे तक पूर्ण हो जाए इस बात का विशेष ध्यान रखना होता है. 8 महीने 10 दिन तक इस अनुष्ठान को नियमित रूप से करने के बाद राम नाम का लेखन किया हुआ दस्तावेज बैंक में जमा कर लिया जाता है. यह भी गारंटी होती है कि जिस मनोकामना को मांग कर अपने संस्थान को उठाया है, वह मनोकामना इस अनुष्ठान के पूरा होने से पहले ही पूरी हो जाती है. इसके एक नहीं, बल्कि हजारों ऐसे प्रत्यक्षदर्शी हैं जिनकी जीवन में राम नाम का अनुष्ठान लेने के बाद बड़ा बदलाव आया है. खुद यहां पर आने वाले लोगों का कहना है, कि हमारी जिंदगी इस बैंक ने बदल दी है. यहां पर स्थापित रामलला हर किसी की मनोकामना को पूर्ण करते हैं.
बैंक से जुड़े आकाश मल्होत्रा ने बताया आज से 97 वर्ष पूर्व इस बैंक की स्थापना जन कल्याण के लिए की गई थी. अभी मनोकामना को लेकर इस बैंक में आप खाता खुलवा सकते हैं जिसमें तीन प्रकार के नियम है 8 महीने में राम नाम लेखन पूर्ण होता है प्रतिदिन 500 राम नाम लिखना पड़ता है ब्रह्म मुहूर्त में उठकर इस क्रिया को करना पड़ता है जो भी भगवान को आराध्या मानकर करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है रामनवमी के दिन आज के दिन खाता खोला जाता है और संकल्प दिलाया जाता है.
बाईट :– आकाश मल्होत्रा, राम रमापति बैंक