उज्जैन
विक्रम व्यापार मेला में पिछले बार की ही तरह इस बार भी व्यवसाय का कीर्तिमान रचने की स्थिति बन रही है। मेले के प्रारंभिक तीन दिन में ही तेजी की स्थिति सामने रही है। पिछले तीन दिन में मेले में 2304 वाहनों का विक्रय हुआ है। करीब 60-70 करोड़ के लगभग के वाहन इस दौरान बिके हैं। सोमवार को भी जमकर व्यवसाय होने की स्थिति बनी हुई है।
पिछले बार के 40 दिन विक्रम व्यापार मेले से इस बार 33 दिनी मेले का आयोजन शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय मैदान पर महाशिवरात्रि से किया गया है। 11 हेक्टेयर जमीन पर मेले को व्यवस्थित रूप दिया गया है। नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक बताते हैं कि इस बार मेला विस्तृत एवं वृह्द क्षेत्र में आयोजित किया गया है। मेले के लिए नोडल अधिकारी स्मार्ट सिटी के सीईओ संदीप शिवा को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मेला समय पर और पूरे समय बेहतर रूप से आयोजित हो इसके लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। पिछली बार की रेकार्ड आय से अधिक इस बार व्यवसाय की हमें उम्मीद हैं। पिछली बार मेले में 2200 करोड़ से अधिक का व्यापार हुआ था। करीब 22 हजार से अधिक वाहनों का विक्रय किया गया था।
1857 एलएमवी और 447 टू व्हीलर विक्रय
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी आरटीओ संतोष मालवीय के मुताबिक, पिछले तीन दिनों में 1857 हल्के मोटर व्हीकल यानी कि कार विक्रय हुए हैं। इसी प्रकार से 447 मोटर साइकिल विक्रय हुए हैं। इनकी कुल कीमत करीब 60 करोड़ से अधिक है। इन्हें टैक्स एवं पंजीयन में दी गई छूट की स्थिति आयुक्त परिवहन कार्यालय ग्वालियर प्रत्येक सात दिन में ही सामने आ सकेगी। उसके पीछे कारण परिवहन के पोर्टल पर पूरे प्रदेश से विक्रय होने वाले वाहनों का पंजीयन होता है। ऐसे में उज्जैन मेले में विक्रय और कर में छूट की स्थिति को अलग से ही निकालना पड़ेगा। इस बार परिवहन विभाग को वाहनों के पंजीयन के लिए काफी बड़ा स्पेस दिया गया है, जिसके चलते हम एक समय में एक हजार से ज्यादा कार एवं अन्य वाहनों को मैदान में पार्क कर पंजीयन के काम को अंजाम दे सकते हैं।
कब कितने वाहन बिके
विक्रम व्यापार मेले का शुभारंभ महाशिवरात्रि 26 फरवरी की देर रात को हुआ था। विधिवत व्यवसाय की स्थिति अगले दिन से बनी थी। पिछले तीन दिन में विक्रय हुए वाहनों की स्थिति इस प्रकार रही है। 27 फरवरी को फोर व्हीलर 752, टू व्हीलर 172, 28 फरवरी फोर व्हीलर 984, टू व्हीलर 145, एक मार्च को फोर व्हीलर 1021, टू व्हीलर 130 का विक्रय किया गया। जबकि रविवार को अवकाश रहा।
एमपी सरकार की सौगात
बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने उज्जैन विक्रम व्यापार मेले के दौरान खरीदे गए गैर-परिवहन और हल्के परिवहन वाहनों के लिए आजीवन मोटर वाहन कर दरों में 50 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। यह किसी सौगात से कम नहीं है। इस योजना का उद्देश्य अधिक ग्राहकों को लुभाना और उन्हें मौद्रिक प्रोत्साहन प्रदान करना है।
पिछले साल बिके 23705 वाहन
इसकी तुलना में 2024 में आयोजित उद्घाटन संस्करण में 40 दिनों में 23,705 वाहनों की बिक्री दर्ज की गई, जिससे 122 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। इस वर्ष प्रशासन ने विभिन्न व्यावसायिक अवसर पैदा करने के प्रयास में आवंटित दुकानों की संख्या बढ़ाकर 397 कर दी है। इन दुकानों का एक बड़ा हिस्सा विभिन्न क्षेत्रों के लिए समर्पित है, जिसमें वाहन बिक्री, इलेक्ट्रॉनिक सामान, खाद्य बिक्री और सामान्य माल शामिल हैं।
ट्रेड फेयर से अच्छे व्यापार की उम्मीद- कारोबारी
हालांकि, कुछ डीलरशिप द्वारा अंतिम समय में वापसी के कारण लगभग 10 दुकानें रद्द कर दी गईं। व्यापार मेले में चार पहिया और दो पहिया वाहनों का प्रदर्शन कर रहे एक ऑटोमोबाइल डीलर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि हमें व्यापार मेले से कुछ अच्छे कारोबार की उम्मीद है। राज्य सरकार द्वारा खरीदारों को आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है।