लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश में ड्रग इंस्पेक्टर शुक्रवार से औचक निरीक्षण कर चार कफ सिरप के ऐसे किसी भी पैकेट को जब्त करेंगे, जिसके लिए डब्ल्यूएचओ ने अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर ए.के. जैन ने कहा, वे चार सिरप केवल निर्यात के लिए बनाए जाते हैं। हम अपने दवा निरीक्षकों को थोक या खुदरा मेडिकल स्टोर पर मिलने वाले किसी भी पैक को जब्त करने के लिए कह रहे हैं, भले ही वे देश में बेचे जाने वाले न हों।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग संभालने वाले उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ट्वीट किया कि उन्होंने महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से मामले की जांच कर संबंधित कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा था। उन्होंने 24 घंटे के भीतर अंतरिम रिपोर्ट और तीन दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
दरअसल, डब्ल्यूएचओ ने गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के बाद भारत में बने चार कफ सिरप के खिलाफ अलर्ट जारी किया। माना जा रहा है कि इन कफ सिरप के पीने से ही बच्चों की मौत हुई। इन कफ सिरप का उत्पादन भारत में मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा किया गया।
गुरुवार को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने चार मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित दवाओं के एक ही बैच के नमूने परीक्षण के लिए भेजे, जिस पर डब्ल्यूएचओ ने अलर्ट जारी किया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि परिणाम आने के बाद आगे की कार्रवाई पर फैसला किया जाएगा।