तेहरान डेस्क/ ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनई नेअमेरिका के साथ जटिल मुद्दों पर किसी भी बातचीत की संभावना को खारिज कर दिया है। ख़बरों के अनुसार खमनेई के हवाले से कहा गया है कि, ‘हम अमेरिका से बात नहीं करेंगे क्योंकि इससे कोई फायदा नहीं होगा बल्कि नुकसान ही होगा।’ एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी नेता ने कहा कि बातचीत सिर्फ अमेरिका द्वारा ईरान पर उसकी दवाब नीति को और बढ़ाने की युक्ति है।
उन्होंने कहा कि ईरान के पास अमेरिकी दवाबों का सामना करने के लिए जरूरी उपकरण हैं। ईरानी प्रशासन ने जोर देकर कहा कि तेहरान वॉशिंगटन की धमकियों या प्रतिबंधों के दवाबों के चलते बातचीत नहीं करेगा।
आठ मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐतिहासिक परमाणु समझौते से खुद को अलग करने के बाद अमेरिका ने समझौते के तहत ईरान पर से हटाए गए प्रतिबंध दोबारा लगा दिए और ईरान से व्यापारिक रिश्ता रखने वाले देशों और संस्थानों को भी दंड देने की घोषणा कर दी।
ट्रंप प्रशासन ने ईरान के 2015 परमाणु समझौते के साथ-साथ तेहरान के विकासित होते मिसाइल कार्यक्रम और उसकी क्षेत्रीय भूमिका पर दोबारा बातचीत करने के लिए कहा है। खमनेई ने जोर देकर कहा कि ईरान की रक्षात्मक शक्ति पर कोई बातचीत नहीं हो सकती।