इस्लामाबाद डेस्क/ कराची में बीते शुक्रवार को हुए विमान हादसे की जांच के लिए गठित जांच दल पर सवाल उठे हैं। पाकिस्तान की संघीय सरकार द्वारा गठित जांच दल में वायुसेना के लोगों का दबदबा होने और कामर्शियल पायलट समुदाय के एक भी सदस्य के न होने पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान एयरलाइंस पायलट एसोसिएशन के सचिव कैप्टन इमरान नारेजो ने कहा कि जांच दल संतुलित नहीं है क्योंकि इसमें कामर्शियल पायलट का प्रतिनिधित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि कामर्शियल जेट के साथ हुए हादसे को कामर्शियल पायलट अधिक बेहतर तरीके से समझ सकता है।
संघीय सरकार ने चार सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। इनमें से चार विमान दुर्घटना जांच बोर्ड के सदस्य हैं जिनमें से दो वायुसेना अधिकारी हैं जबकि एक अन्य सदस्य को पाकिस्तान वायुसेना के सुरक्षा बोर्ड से लिया गया है जबकि इसमें कोई कामर्शियल पायलट नहीं है। जांच दल से कम से कम समय में अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के एक पूर्व अधिकारी व पूर्व पायलट ने कहा कि हादसे का शिकार हुए विमान की जानकारी रखने वाले पायलट के न होने से जांच के हमेशा प्रभावित होने की संभावना बनी रहती है। पीआईए का विमान शुक्रवार को कराची की रिहाइशी बस्ती पर गिर गया था। इस हादसे में विमान में सवार 99 लोगों में से 97 की मौत हो गई।