जकार्ता डेस्क/ इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में भीषण बाढ़ से 19 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां भारी बारिश के कारण दुकानों और घरों में पानी भर जाने के बाद हजारों लोग विस्थापित होने को मजबूर हो गए हैं। सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, सामाजिक मामलों के मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलवार से बुधवार तड़के तक जारी रही मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति के चलते दो और लोगों की मौत की पुष्टि करने का प्रयास किया जा रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि सुकाजाया जिले में हरकत जया गांव के कंपंग सिनार हरपन में पांच से 60 साल तक की आयु के सात लोग बाढ़ में बह गए। जकार्ता के गवर्नर अनीस बसवेडन ने पूर्वी जकार्ता में कैवांग, कायु पुतिह और काकुंग समेत कई इलाकों को खाली कराने को प्राथमिकता दी है।
नेशनल डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी (बीएनपीबी) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डोनी मोनाडरे द्वारा एक हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण करने के बाद गर्वनर ने कहा कि बुधवार दोपहर तक 19,000 से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है। उन्होंने कहा, “सबसे खराब स्थिति पूर्वी और दक्षिण जकार्ता में हैं जहां क्रमश: 9,248 और 5,080 लोग विस्थापित हुए हैं।”
अनीस ने कहा कि पश्चिमी जकार्ता में 3,535, उत्तरी जकार्ता में 888 और मध्य जकार्ता में 310 लोग अस्थायी शिविरों में हैं। पूर्वी जकार्ता के फायर और रेस्क्यू एजेंसी के प्रमुख गैटोट सुलेमान ने बताया कि बुधवार को 10 स्थानों से 500 से अधिक निवासियों को बाहर निकाला गया।