वाशिंगटन डेस्क/ अमरीकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो का कहना है कि अमरीका ने उत्तर सीरिया में तुर्की के हमले को हरी झंडी नहीं दी थी। पॉम्पियो ने उत्तर-पूर्वी सीरिया से अमरीकी सैनिकों को वापस बुलाने के फ़ैसले का भी बचाव किया। ट्रंप के इस फ़ैसले की अमरीका के भीतर और बाक़ी दुनिया में तीखी आलोचना हो रही है।
तुर्की ने उत्तर-पूर्वी सीरिया में कुर्द लड़ाकों के क़ब्ज़े वाले इलाकों में हवाई हमले करना शुरू कर दिया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन का कहना है कि इन हवाई हमलों का मक़सद सीमा पर ‘टेरर कॉरिडोर को बनने से रोकना’ है।
तुर्की सुरक्षाबल एक ऐसा ‘सेफ़ ज़ोन’ बनाने की कोशिश कर रहे हैं जहां कुर्द सैनिक न हों। तुर्की का कहना है कि इस ‘सेफ़ ज़ोन’ में सीरियाई शरणार्थियों के घर भी होंगे। कुर्दों के नेतृत्व वाले सुरक्षाबलों ने तुर्की के हमलों का जवाब दिया है और दोनों पक्षों के सैनिकों में संघर्ष हुआ है।
कुर्दों ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट को हराने में मदद की थी और वे आईएस के ख़िलाफ़ लड़ाई में अमरीका के अहम सहयोगी थे। मौजूदा समय में कुर्द अपने क़ाबू वाले इलाक़ों की जेलों में बंद हज़ारों आईएस लड़ाकों और शिविरों में रह रहे उनके रिश्तेदारों की सुरक्षा करते हैं।