पेरिस डेस्क/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन से जुड़े सीओपी-21 के ज्यादातर लक्ष्यों को अगले एक-डेढ़ वर्षों में प्राप्त कर लेगा। वह यहां यूनेस्को मुख्यालय में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दुनिया में जलवायु परिवर्तन को लेकर बात तो बहुत होती हैं मगर उन पर कार्रवाई होती हुयी कम ही दिखती है। मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस ने साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की पहल की।
उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस के संबंध सौर, प्रौद्योगिकी, डिजिटल से लेकर रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों ने विभिन्न परिस्थितियों में सकारात्मक रूप से मिलकर काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज अगर भारत और फ्रांस दुनिया के बड़े खतरों से लड़नें में नजदीकी सहयोग कर रहे हैं तो उसका कारण भी ये साझा मूल्य ही हैं। चाहे वो आतंकवाद हो या फिर जलवायु परिवर्तन।’’
जलवायु परिवर्तन पर यूनाइटेड नेशनंस फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के कान्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी 21) के सम्मेलन का 21 वां सत्र 30 नवंबर से 12 दिसंबर 2015 के बीच पेरिस में आयोजित किया गया था जिसमें 195 देशों की भागीदारी हुयी थी।
विभिन्न देशों ने बातचीत की और पेरिस समझौते को अपनाया जिसमें भारत ने चार प्रतिबद्धताएं जतायीं। भारत ने यह भी संकल्प लिया कि भारत की 40 प्रतिशत बिजली की क्षमता गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों पर आधारित होगी। भारत ने 2016 में जलवायु परिवर्तन संबंधी पेरिस समझौते की पुष्टि की थी और ऐसा करने वाला 62 वां देश बन गया।