लाओस डेस्क/ लाओस के प्रधानमंत्री थोंग्लौं सिसोलिथ ने आज कहा कि देश के दक्षिणी इलाके में एक बांध के टूटने से आई बाढ़ के दो दिन बाद भी 131 लोग लापता हैं और कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि अत्ताप्यु प्रांत में सैकड़ों लोग लापता हुए हैं। टीवी पर प्रसारित एक संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा कि 131 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट है। सभी लाओ के नागरिक हैं।
बाढ़ में बचे लोगों ने सवाल किया है कि सैलाब के बारे में उचित चेतावनी क्यों नहीं दी गई जिसने कई गांवों को जलमग्न कर दिया है। दक्षिण कोरिया के दो ठेकेदारों ने कहा है कि उन्होंने बांध को हुए नुकसान के बारे में रविवार को ही जानकारी दे दी थी , लेकिन सोमवार को शी नामनो बांध बह गया। राहत प्रयासों में लगे थाईलैंड के वाणिज्य दूतावास के अधिकारी चाना मैंचारोइन ने बताया कि बुधवार दोपहर तक 26 शवों को बरामद किया गया है।
उन्होंने कहा कि 17 अन्य जख्मी हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ के पानी की वजह से बचाव अभियान में रूकावट आ रही है। एक खबर के अनुसार बुधवार दोपहर तक 3,000 लोगों को बचाए जाने की जरूरत थी। लोगों ने पानी से बचने के लिए छतों पर शरण ली हुई है। परियोजना में साझेदार दो दक्षिण कोरियाई कंपनियों में से एक एसके इंजीनीयरिंग एंड कंस्ट्रक्शन ने कहा कि रविवार को भारी बारिश की वजह से पांच बांधों में से एक बह गया।
वहीं, कोरिया वेस्टर्न पॉवर कंपनी ने कहा कि शुक्रवार से ही समस्या उत्पन्न होने लगी थी जब कर्मचारियों को पता चला कि बांध का 4.3 इंच हिस्सा पानी में डूब गया है। इस कंपनी को बांध का काम पूरा होने के बाद जलविद्युत संयंत्र का संचालन करना था। इन दोनों कंपनियों ने कहा कि भारी बारिश और क्षतिग्रस्त सड़कों की वजह से बांध की मरम्मत के काम में रुकावट आई। सोमवार को पानी इलाके के 12 में से सात गांवों में घुस गया।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई के प्रवक्ता ने बुधवार को सोल में कहा कि उनका देश प्रभावित इलाके में राहत टीम भेज रहा है। मून के हवाले से कहा गया है कि हमारी सरकार को बिना देरी के राहत प्रयासों में सक्रियता से हिस्सा लेना चाहिए क्योंकि हमारी कंपनियों ने बांध का निर्माण किया था।