लखनऊ डेस्क/ बसपा चीफ मायावती ने गुरुवार को कहा, भीम आर्मी, मेरे भाई और बसपा के सीनियर नेताओं का सहारनपुर की घटना से कोई कनेक्शन नहीं है। हमारी पार्टी इस घटना और हमारे ऊपर लगाए जा रहे आरोपों की निंदा करती है। सहारनपुर में बसपा के लोगों का मानना है कि भीम आर्मी पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी का ही प्रोडक्ट है। मुझे कमजोर करने के लिए बीजेपी भीम आर्मी को बढ़ावा दे रही है।
मायावती नेकहा, सहारनपुर में चल रहे विवाद की जिम्मेदार योगी सरकार है। मुझे कमजोर करने के लिए बीजेपी सरकार भीम आर्मी को बढ़ावा दे रही है। ये पूरी तरह से बीजेपी की साजिश है, जिसमें दलितों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। बीजेपी भीम आर्मी को संरक्षण दे रही है, जिससे पूरा यूपी जल रहा है। बीजेपी सांप्रदायिक तनाव काे बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह से हथकंडे अपनाने की कोशिश कर रही है।
भीम आर्मी का गठन 2013 में हुआ था। इसके चीफ एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद हैं। भीम आर्मी का मकसद दलितों पर होने वाले उत्पीड़न को रोकना है। सहारनपुर में करीब 700 गांव हैं। हर गांव में भीम आर्मी के 8 से 10 लड़के हैं। आर्मी में सारे 36 साल से कम उम्र के युवा हैं। ये सभी अपने सिर पर नीला कपड़ा बांधते हैं। ये इनकी वेशभूषा का हिस्सा है। बीते यूपी चुनाव में मायावती की जो रैलियां हुई थीं, उसमें भीम आर्मी के लोग नंगे बदन जाते थे। उनके शरीर पर जय भीम-जय भारत लिखा होता था। ये लोग अपने को इंडिविजुअल संगठन मानते हैं। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि इनका जुड़ाव बसपा की ओर है।