वाराणसी डेस्क/ अखिल भारतीय संत समिति ने संतों को चिल्लमजीवी और एक रंग वाले (एक विशेष रंग के लोग) के रूप में संदर्भित करने के लिए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से माफी मांगने को कहा है।
एकेएसएस के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने अखिलेश से कहा कि या तो वह संतों से माफी मांगने या संतों के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहें। बुधवार को गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर अपनी विजय यात्रा के चौथे चरण के दौरान अखिलेश ने संतों को चिल्लुमजीवी और एक रंग वाले कहकर संबोधित किया था।
स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि भाजपा और उसके नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए सपा प्रमुख ने भगवाधारी संतों और उनकी बिरादरी का अपमान किया है। स्वामी ने सपा प्रमुख की टिप्पणी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी बचाव किया।
स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म के एक गोरक्ष पीठ के प्रमुख हैं, जिसकी प्राचीन काल से पूजा और सम्मान किया जाता है। किसी को भी राजनीति के लिए उन्हें निशाना बनाने का अधिकार नहीं है। वह भी सिर्फ इसलिए कि वह मुख्यमंत्री बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को टिप्पणी के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए और छोटे चुनावी लाभ के लिए साधुओं को राजनीतिक युद्ध के मैदान में घसीटने से बचना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि राजनीतिक लाभ के लिए संतों के समुदाय को निशाना बनाने के लिए संत जल्द ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अभियान शुरू करेंगे।