लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मंगलवार (25 अप्रैल) को कहा कि गले में भगवा रंग पहनने वालों को पुलिस की पिटाई करने और थानों पर बलवा करने का लाइसेंस मिल गया है और आजादी के बाद पुलिस के साथ ऐसा व्यवहार पहले कभी नहीं हुआ | अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में सहारनपुर में हाल में हुई साम्प्रदायिक घटना का जिक्र करते हुए कहा ‘कानून-व्यवस्था बड़ा सवाल है | चूंकि सरकार नयी बनी है, इसलिये उस पर हम कुछ कहना नहीं चाहते थे, लेकिन नयी सरकार ही अगर थानों में चली जाए तो…’
उन्होंने कहा ‘आगरा में किसी घटना पर पुलिस ने कार्रवाई की | एक थाने में पकड़े गये लोगों को छोड़ने का दबाव बनाया गया | पुलिस जब मामले को दूसरे थाने ले गयी तो उस थाने में घुसकर पुलिस के साथ जो व्यवहार हुआ है.. मैं समझता हूं कि आजादी के बाद पुलिस के साथ ऐसा व्यवहार पहले कभी नहीं हुआ होगा |’ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘बड़ी तकलीफ और परेशानी की बात यह है कि नया रंग (भगवा) जो आजकल गले में डाल लिया गया है, उससे ना जाने कौन सा लाइसेंस मिल गया है कि पुलिस को तोड़ने का काम, थाने में घुस जाने का काम हो रहा है | कन्नौज में 100 नम्बर वाले पुलिसकर्मियों को पीट दिया गया, क्योंकि उन्होंने पीड़ितों की मदद की. तो सोचो, प्रदेश की कानून-व्यवस्था क्या है |’
सपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने पार्टी से जुड़े तमाम महिला संगठनों से अपील की है कि वे ज्यादा से ज्यादा महिलाओं तथा छात्राओं को पार्टी से जोड़ें | उन्होंने कहा ‘सुना है प्रदेश की नयी भाजपा सरकार समाजवादी पेंशन योजना बंद करना चाहती है, हालांकि वह बजट पेश होने पर पता लगेगा | हम 55 लाख महिलाओं को 500 रपये समाजवादी पेंशन दे रहे थे, अगर वे 55 लाख महिलाएं हमारी पार्टी की सदस्य बन जाएंगी तो एक बड़ी फौज तैयार होगी |’ लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे परियोजना पर योगी सरकार की तिरछी नजर के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार को अगर ज्यादा परेशानी हो तो एक्सप्रेस-वे जो आगे बनना है, उसे रद्द करके नया टेंडर कर दे |