लखनऊ/नई दिल्ली डेस्क/ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। सीएम चुने जाने के बाद उनका दिल्ली का ये पहला दौरा है। योगी ने नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद अरुण जेटली और राजनाथ सिंह से मुलाकात की। जेटली के साथ मीटिंग में उन्होंने किसानों की कर्ज माफी पर भी बात की। बाद में वे अमित शाह से भी मिले। योगी का राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के अलावा कई अन्य बीजेपी नेताओं से भी मिलने का प्रोग्राम भी है।
इसके पहले योगी सरकार ने सोमवार शाम अखिलेश सरकार में अप्वाइंट किए गए सभी गैरसरकारी सलाहकारों, उपाध्यक्षों और चेयरमैनों को हटा दिया। इस संबंध में मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने आदेश जारी किया। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में अपने टेन्योर के पहले दिन राज्य के सभी डिपार्टमेंट्स के अफसरों के साथ पहली मीटिंग की। इस दौरान योगी ने अफसरों को ईमानदारी, स्वच्छता और कामकाज में ट्रांसपेरेंसी रखने की शपथ दिलाई। साथ ही सरकार आगे कैसे काम करेगी, इस पर चर्चा की। मीटिंग में दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद थे। सीएम ने सभी अफसरों से 15 दिन के अंदर संपत्ति की जानकारी देने को भी कहा है। वहीं, पुलिस डिपार्टमेंट में मेरिट के आधार पर नौकरियां देने पर जोर दिया।
1. राज्य के सभी अफसर 15 दिन में सभी संपत्ति और इनकम टैक्स की जानकारी दें।
2. पुलिस डिपार्टमेंट में मेरिट के आधार पर भर्ती की जाए।
3. थानों में किसी भी तरह का राजनीतिक दबाव न हो।
4. लोक संकल्प के हिसाब से योजनाएं बनाएं। बता दें कि योगी ने सभी अफसरों से कहा था कि वे मीटिंग में अपने साथ बीजेपी का संकल्प पत्र लेकर आएं।
5. महिलाओं की सिक्युरिटी को प्रायोरिटी दें।
योगी ने अफसरों से कहा- “अभी तक आप लोग अपने हिसाब से काम कर रहे थे, अब मेरे हिसाब से काम होगा। सभी अधिकारी पूर्वांचल के डेवलपमेंट पर खासकर फोकस करें। थानों में किसी तरह का कोई राजनीतिक दबाव नहीं होना चाहिए। सभी को ये मैसेज दे दीजिए। मैं हर हफ्ते एक-एक डिपार्टमेंट की रिपोर्ट लेता रहूंगा। जो संकल्प पत्र आपको दिया गया है, इसी पर आप सभी को काम करना है। इसे हर मीटिंग में आपको लेकर आना है। स्वच्छता के लिए आपको साल में 100 घंटे देना होगा। बता दें कि योगी सरकार बनते ही इलाहाबाद में रविवार रात नगर निगम अथॉरिटी ने अटाला और नैनी इलाके में दो स्लॉटर हाउस सीज कर दिए थे। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने एलान किया था कि अगर पार्टी राज्य में मेजॉरिटी से सत्ता में आती है तो उसी दिन से राज्य के सभी स्लॉटर हाउस को बंद करने का काम शुरू हो जाएगा।