TIL Desk #Election live/ यू0 पी0 में चुनाव हो और बात डकैतों के जारी होने वाले फ़रमानों की न उठे ऐसा हो ही नहीं सकता कम से कम जब बुंदेलखंड के चित्रकूट इलाके वाले पाठा के बीहडों का यह इतिहास ही रहा हो | करीब साढ़े तीन दशक पहले दुर्दांत द्वारा शुरू किया गया | यह सिलसिला अब भी बरक़रार हैं | क्षेत्र के कुछ प्रत्याशियों ने 2017 के चुनाव में भी सक्रिय डकैत बबुली कोल व् गोप्पा पर चुनावी फ़रमान जारी करने का आरोप आख़िर लगा ही दिया हैं | इसके लिए उंन्होंने पिछले दो-तीन महीनों से की जा रही वारदातों को आधार बनाया हैं | मानिकपुर सीट से पूर्व मंत्री दद्दू प्रसाद जो बहुजन पार्टी के उम्मीदवार हैं और यँही से बसपा प्रत्याशी वर्तमान विधायक चंद्रभान सिंह ने कहा हैं कि चुनाव में आतंक फ़ैलाने के लिए फ़रमान जारी किये जायेंगे |
वैसे यह सिलसिला वर्ष 1984 के लोकसभा चुनाव में शुरू हुआ था | उस वक़्त कांग्रेस के उम्मीदवार रहे भीष्म देव दुबे ने चुनाव आयोग को टेलीग्राम भेज कर बताया था कि पाठा का बेताज बादशाह ददुआ अपने सजातीय प्रत्याशी को जिताने के लिए फ़रमान जारी कर आतंक फैला रहा हैं | ददुआ के सजातीय उम्मीदवार जो उसे राजनीतिक संरक्षण देते थे चाहे वे कम्युनिस्ट पार्टी में रहे हों या बसपा में वह उनके पक्ष में खुल कर लिखित फ़रमान जारी करता था | उसके बाद डाकू ठोकिया रहा हों या रागिया अथवा बलखड़िया सभी का आतंक मतदाताओं के सर चढ़कर बोलता रहा | यह सिलसिला ग्राम पंचायतों के चुनाव से लेकर लोकसभा चुनावों तक रहा |
अब ये डाकू तो रहे नहीं पर आतंक फैला रहे पांच लाख के इनामी रामगोपाल उर्फ़ गोप्पा की तूती बोल रही हैं | हालाँकि ददुआ का बेटा वीर सिंह जो चित्रकूट से सपा का विधायक व् प्रत्याशी भी हैं डकैतों के आतंक कि बात तो स्वीकार करते हैं पर उनका कहना हैं प्रशासन अपना काम कर रहा हैं, चुनाव निष्पक्ष होंगे | कुछ ऐसी ही धारणा मानिकपुर से सपा प्रत्याशी निर्भय पटेल की भी हैं, वे कहते हैं डकैतों कि घटनाओ से आतंक बढ़ा ज़रूर हैं पर प्रशासन भी सख़्त हैं | लोगो को निर्भय व् निष्पक्ष मतदान देख़ने को मिलेगा | डकैतों का यह इलाका उनके सजातीय लोगो से भरा पड़ा हैं, वहीँ से इन्हें संरक्षण भी मिलता हैं |
सुधीर निगम
रेजिडेंट एडिटर
https://www.facebook.com/shabdansh