पटना डेस्क/ बिहार में शराब के साथ ताड़ी (ताड़ या खजूर के पेड़ का रस) पर भी प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन सरकार ने शनिवार को यू-टर्न लेते हुए कहा कि राज्य में ताड़ी पर अब प्रतिबंध नहीं रहेगा। राज्य के उत्पाद और मद्य निषेध मंत्री जलील मस्तान ने शनिवार को अपने शुक्रवार को दिए बयान से पलटते हुए कहा कि राज्य में ताड़ी पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
इधर, राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी कहा कि बिहार में ताड़ी पर कोई प्रतिबंध नहीं है और न ही लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में जब तक ताड़ी की जगह लोगों को ‘नीरा’ उपलब्ध कराने का प्रबंध नहीं कर लिया जाता, तब तक ताड़ी प्रतिबंधित नहीं रहेगी। गौरतलब है कि उत्पाद और मद्य निषेध मंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि राज्य में जल्द ही ताड़ी पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार शराब नीति में नया संशोधन विधेयक लाने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, संशोधन विधेयक में ताड़ी को देसी शराब करार दिया गया था और इसकी खरीद और बिक्री पर प्रतिबंध की बात की गई थी।
इधर, शुक्रवार रात बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन की बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने ताड़ी पर प्रतिबंध लगाए जाने के प्रस्ताव पर नाराजगी जताई थी। पिछले दिनों लालू ने सार्वजनिक रूप से भी ताड़ी पर प्रतिबंध नहीं लगाए जाने की बात कही थी। महागठबंधन की बैठक के बाद मंत्री ने यू टर्न लिए जाने से माना जा रहा है कि लालू के दबाव के कारण सरकार ने ताड़ी पर प्रतिबंध लगाए जाने की योजना से पीछे हट गई है।
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी ताड़ी पर प्रतिबंध का विरोध किया था। उनका कहना था कि ताड़ी के व्यवसाय से जुड़े लोगों को जब तक वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता, तब तक इसकी बिक्री पर रोक नहीं लगनी चाहिए |