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नशे के खिलाफ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सख्ती, जालंधर पहुंच किया बड़ा ऐलान

जालंधर
पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ शुरू की गई मुहिम के तहत आज मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जालंधर पहुंचे। पी.ए.पी. जालंधर में ग्राम स्तरीय रक्षा कमेटी के सदस्यों की एक महत्वपूर्ण बैठक जालंधर में आयोजित की गई जिसमें मुख्यमंत्री के आने पर आप नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान सभी विधायकों ने आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा और मुख्यमंत्री भगवंत मान का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी सभा को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशा मुक्त जीवन की शपथ भी दिलाई गई।

इस दौरान भगवंत मान ने अपने संबोधन में कहा कि वह गांव में किसी को भी नशा बेचने की इजाजत नहीं देंगे, इसीलिए गुरुद्वारों में भी अनाउंसमेंट की जा रही हैं। पंजाब सरकार नशे के खिलाफ बड़े कदम उठा रही है। पाप की कमाई से बनी संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। पंजाब में नशे के उन्मूलन में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पाप की कमाई से बनाए गए महल अवश्य ही ध्वस्त हो जाएंगे। आने वाले दिनों में पंजाब के लोग बड़े-बड़े महलों को ढहते हुए देखेंगे। पंजाब के डी.जी.पी. को सख्त आदेश दिए गए हैं। उन्हें तो यहां तक बताया गया है कि  वह ड्रग तस्कर के घर के बाहर जे. सी.बी. खड़ी की जाए ताकि अगले व्यक्ति को पता लग सकेगा कि उन पर एक्शन होने वाला है।   

उन्होंने कहा कि कई गांवों से नशा मुक्त गांवों की रिपोर्टें आ रही हैं। सी.एम. भगवंत मान ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जो गांव अपने गांव को नशा मुक्त बनाएगा, उसे स्पेशल ग्रांट के साथ-साथ पुरस्कार भी दिया जाएगा। चाहे नेता कोई भी हो, चाहे वह नेता का भतीजा हो या साला, ड्रग्स के मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। आज हमें पानी के अधिकार के लिए लड़ने और नशों के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है। वह पानी के अधिकार और नशों के विरुद्ध लड़ रहे हैं।

वहीं पानी के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं उधर हरियाणा ने पानी को लेकर कोई नया पंगा खड़ा कर दिया है।  उन्होंने कहा कि कोई भी इस तरह जबरदस्ती पानी नहीं ले सकता। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखे जुबानी हमले करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने पानी का कोई हिसाब नहीं रखा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। पंजाब के साथ हमेशा भेदभाव किया गया है, जिसे वह ठीक करेंगे। अब अपना पानी स्वयं इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। हर काम का नक्सा बना के चलना पड़ता है। वह कृषि को ए.आई. के साथ जोड़ रहे हैं।

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