लखनऊ डेस्क/ यूपी के योगी सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे को लेकर वायरल पत्र और इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के तंज पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अधिकारियों को अपने शब्दों में चेताया है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिना किसी का नाम लिए ट्वीट किया- ‘यूपी के हर अधिकारी और कर्मचारी को प्रोटोकाल का पालन करना होगा। मंत्रीगण के साथ जनप्रतिनिधियों की भी बातें सुनकर समाधान करें। कार्यकर्ताओं को सम्मान दें, जनता की ईमानदारी से सेवा करें, वरना कार्रवाई होगी।’ वहीं, सपा अध्यक्ष को सलाह दी कि ‘अखिलेश यादव साजिश की जगह सपा को समाप्त होने से बचाने पर ध्यान दें।’
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं, वह तिल को ताड़ बना रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यमंत्री दिनेश खटीक से रोज बातचीत होती रहती है, वह नाराज नहीं हैं। उन्होंने खुद इस बात को स्वीकार किया है और अगर कोई बात होगी भी तो बैठकर सुलझा लिया जाएगा।
स्वतंत्रदेव ने कहा कि दिनेश खटीक का पार्टी और सरकार में पूरा सम्मान है। उनकी हर बात को गंभीरता से लिया जाता है। इसके बावजूद अगर कहीं कोई बात है तो उस पर चर्चा कर ली जाएगी और उसका समाधान निकाल लिया जाएगा। सपा मुखिया के पास कोई मुद्दा नहीं है। अपने सौ दिनों के कार्यकाल में सरकार ने सफलतापूर्वक तमाम उपलब्धियां दर्ज की हैं। इससे हताश होकर सपा मुखिया मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। पार्टी और सरकार में समाज के सभी वर्गों को सम्मान दिया जा रहा है और आगे भी दिया जाता रहेगा।
ज्ञात हो कि अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा कि जहां मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिलेङ्घ ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है। कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है।
बता दें कि योगी सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफा देने की खबर ने बुधवार को राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला दी। उन्होंने यह पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजा था। पत्र में लिखा है कि पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के परिश्रम और कुशल नेतृत्व में दलितों-पिछड़ों को साथ लेकर चलने के कारण भाजपा सरकार बनी है।