इंदौर
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का आयोजन भारत में होने वाला है. इसकी आगाज 29 सितंबर को होने जा रहा है, जिसका फाइनल मुकाबला 26 अक्टूबर को खेला जाएगा. फाइनल मैच मुल्लांपुर के महाराजा यादविंद्र सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित होगा. ESPNCricInfo की रिपोर्ट के अनुसार, महिला क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी भारत के अन्य शहरों में भी होगी, जिसमें विशाखापत्तनम, तिरुवनंतपुरम, रायपुर और इंदौर शामिल हैं.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टूर्नामेंट के मैच भले इंदौर को न मिले हों लेकिन क्रिकेट प्रेमियों की निराशा विमेंस वर्ल्ड कप मैच के मिलने से दूर हो जाएगी। दरअसल, 29 सितंबर से आईसीसी विमेंस वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है। इस बार मेजबानी भारत कर रहा है।
इंदौर के अलावा रायपुर, विशाखापट्टनम, मोहाली और तिरुवनंतपुरम में भी मैच होंगे। हालांकि, ये अभी तय नहीं है कि इंदौर में कितने मैच होंगे और कौन-कौन से देशों की टीमें यहां भिड़ेंगी। इसका शेड्यूल अभी तय होना बाकी है।
2024 में खेला गया था आखिरी टी-20 मध्यप्रदेश को 2018 के बाद लगातार 7वें साल आईपीएल का एक भी मैच नहीं मिला है। इससे यहां के फैंस मायूस नजर आ रहे हैं। 14 जनवरी 2024 को इंदौर में आखिरी इंटरनेशनल टी-20 मैच खेला गया था।
यह मैच होलकर स्टेडियम में भारत और अफगानिस्तान के बीच था। इसके बाद यह माना जा रहा था कि 2025 के शेड्यूल में इंदौर को एक मैच जरूर मिल सकता है। इंदौर के होलकर स्टेडियम में अब तक 9 इंटरनेशनल मैच और इतने ही आईपीएल मैच हो चुके हैं।
भारत 12 साल बाद विमेंस वर्ल्ड कप की मेजबानी करने जा रहा है। इससे पहले 2013 में महिलाओं के वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी।
किन टीमों को मिलेगा दूसरा मौका?
2022-2025 ICC महिला चैम्पियनशिप की निचली चार टीमें— बांग्लादेश, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और आयरलैंड को महिला क्रिकेट विश्व कप में जगह बनाने का दूसरा मौका मिलेगा. इसके अलावा, यह टूर्नामेंट भारत के लिए ऐतिहासिक होगा, क्योंकि यह 2013 के बाद पहली बार होगा जब भारत 50 ओवर के महिला विश्व कप की मेजबानी करेगा. पिछली बार, भारतीय टीम ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई थी. भारत ने 2016 में महिला T20 विश्व कप की भी मेजबानी की थी. 2025 का संस्करण 2022 की तरह ही 31 मैचों के साथ आयोजित होगा, जिसमें कुल आठ टीमें भाग लेंगी.
भारत की विश्व कप यात्रा
अब तक भारत ने महिला वनडे विश्व कप नहीं जीता है. महिला टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2017 में आया था, जब टीम इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में उपविजेता रही थी. भारतीय टीम इस बार खिताब जीतकर इतिहास रचने के इरादे से मैदान में उतरेगी. इसके पहले भारत ने तीन बार महिला विश्व कप को होस्ट कर चुका है. सबसे पहले साल 1978 में, दूसरी बार 1997 में और तीसरी बार 2013 में किया था.
5 शहरों में होंगे 8 देशों के मैच
विमेंस वनडे वर्ल्ड कप में 8 टीमें हिस्सा लेंगी। मेजबान भारत समेत ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और श्रीलंका ने क्वालिफाई कर लिया है। वहीं, 2 जगह के लिए 9 अप्रैल से पाकिस्तान में क्वालिफायर मुकाबले खेले जाने हैं।
इसमें पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, आयरलैंड, थाईलैंड और स्कॉटलैंड की टीमों के नाम हैं। क्वालिफायर टीम के नाम फाइनल होने के बाद ही सभी मैचों के शेड्यूल तय होंगे।
मोहाली, तिरुवनंतपुरम और रायपुर में अब तक विमेंस इंटरनेशनल मैच नहीं हुए हैं। इंदौर के नेहरू स्टेडियम में 2 विमेंस मैच हुए हैं, जिनमें से एक 1997 के वर्ल्ड कप में हुआ था। विशाखापट्टनम का ACA-VDCA स्टेडियम विमेंस इंटरनेशनल मैच की होस्टिंग कर चुका है। यहां 5 वनडे और 6 टी-20 खेले जा चुके हैं।
2024 में एमपीएल के उद्घाटन मैच के पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने नए क्रिकेट स्टेडियम का शुभारंभ किया था। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीसीसीआई सचिव जय शाह, पूर्व कप्तान कपिल देव मौजूद रहे थे।
एमपीएल के मैच भी इंदौर के खाते में
आईपीएल की तर्ज पर एमपीएल टी-20 (मध्य प्रदेश प्रीमियर लीग) 2025 इस बार इंदौर में होगा। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) ने इस साल मध्यप्रदेश प्रीमियर लीग (MPL) के दूसरे सीजन को इंदौर के होलकर स्टेडियम में आयोजित करने का फैसला किया है।
पिछले साल यह टूर्नामेंट ग्वालियर में हुआ था, लेकिन इस बार रोटेशन पॉलिसी के तहत इंदौर को मेजबानी मिली है। पिछले साल 9 दिन में समाप्त हुए टूर्नामेंट की तुलना में इस बार 12-13 दिन तक मुकाबले चल सकते हैं।
इंदौर में 31 मई से शुरू होने जा रही इस लीग में सात टीमों के बीच मुकाबला होगा। बता दें कि 2024 के मध्यप्रदेश लीग टी-20 में ग्वालियर चीताज, मालवा पैंथर्स, रीवा जगुआर, भोपाल लेपर्ड और जबलपुर लॉयंस टीम के बल्लेबाज और गेंदबाजों ने अपना जलवा दिखाया था।
इस बार उज्जैन और सागर की टीमें भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। एमपीएल को आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में भी आयोजित करने की योजना है। इसका उद्देश्य स्थानीय खिलाड़ियों को बड़ा मंच और प्रदेश में क्रिकेट को बढ़ावा देना है। पिछले साल 5 टीमों के बीच 15 से 23 जून के बीच 12 मैच खेले गए थे।