चंडीगढ़
पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को अरेस्ट किया गया है। उन्हें पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने शुक्रवार को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह एक मंदिर में पूजा के लिए गए थे। सूत्रों का कहना है कि उन्हें नगर निगम के असिस्टेंट टाउन प्लानर की ओर से किए गए भ्रष्टाचार से तार जुड़े होने पर अरेस्ट किया गया है। आरोप है कि असिस्टेंट टाउन प्लानर सुखदेव वशिष्ठ के साथ मिलकर वह भी पैसे की उगाही करते थे। कहा यह भी जा रहा है कि सुखदेव वशिष्ठ को अमन अरोड़ा ने ही इस काम पर लगाया था। वह सुखदेव वशिष्ठ के जरिए लोगों के नाम फर्जी नोटिस जारी कराते थे और फिर उनसे पैसों की वसूली की जाती थी।
रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने उनके घर पर भी छापेमारी की और कुछ दस्तावेजों को अपने साथ ले गई। अमन अरोड़ा की सुरक्षा 10 दिन पहले ही वापस ले ली गई थी। उनकी सुरक्षा में 14 जवान तैनात थे। पंजाब सरकार के आदेश पर सभी को वापस बुला लिया गया। तभी से माना जा रहा था कि अमन अरोड़ा के खिलाफ कोई ऐक्शन हो सकता है और उनसे किसी मामले में सरकार नाखुश है। अब यह पूरा मामला उनकी गिरफ्तारी के तौर पर सामने आय़ा है और बड़े पैमाने पर उगाही के आरोप लगे हैं। अभी इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। कुछ और जानकारी अभी मिलने की संभावना है।
कई और अधिकारियों पर है नजर, हो सकती हैं गिरफ्तारियां
पंजाब सरकार के सूत्रों का कहना है कि रमन अरोड़ा ने कई अधिकारियों का इस्तेमाल करके फर्जी नोटिस जारी कराने का धंधा बना रखा था। वह बिना किसी गलती के ही लोगों को नोटिस जारी कराते थे और फिर सेटलमेंट के नाम पर उगाही की जाती थी। इस मामले में कुछ और अधिकारी भी शिकंजे में आ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि रमन अरोड़ा काफी दिनों से राडार पर थे और उन्हें अरेस्ट करने से पहले पूरी जांच की जा रही थी। वह जालंधर सेंट्रल सीट से विधायक हैं। पंजाब सरकार की ओर से उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद से ही कयासों का दौर तेज था कि उनके खिलाफ कोई ऐक्शन हो सकता है।