TIL Desk लखनऊ:मदरसो पर हाई कोर्ट के फैसले के बाद मदरसा बोर्ड का बयान | मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ इफ्तिखार अहमद जावेद का बयान |
कोर्ट के फैसले से आश्चर्य हुआ है-चेयरमैन
2004 के एक्ट को असवैधानिक बताया गया है-चेयरमैन
फैसला बड़ा है इसकी समीक्षा की जाएगी-चेयरमैन
सरकारी ग्रांट मदरसो में धार्मिक शिक्षा के लिए नहीं मिलती-चेयरमैन
ग्रांट अरबी फारसी संस्कृत के प्रमोशन के लिए मिलती है-चेयरमैन
इसके लिए संस्कृत और अरबी फारसी बोर्ड बना है-चेयरमैन
अरबी फारसी में कुरान हदीस की चीज़ पढ़ाई जाएंगे-चेयरमैन
संस्कृत में पुराण वेद गीता पढ़ाई जाएगी-चेयरमैन
यह ग्रांट धर्म को को बढ़ावा देने के लिए नहीं दी जाती है-चेयरमैन
कोर्ट को समझाने में हमसे कहीं ना कहीं चूक हुई है-चेयरमैन
शांतिपूर्वक सरकार का हम सब सहयोग करेंगे-चेयरमैन