लखनऊ
मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्व और यूपी के दक्षिण पूर्व क्षोभ मंडल में बने दो चक्रवाती दबाव के चलते राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहा। तेज आंधी और कहीं-कहीं ओले गिरने से जानमाल का भी काफी नुकसान हुआ। बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से हुए हादसों में 54 लोगों की मौत हो गई। सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। आंधी-तूफान से आगरा में ताजमहल में लगा सवा सौ साल पुराना दुर्लभ भोजपत्र का पेड़ गिर गया। मौसम विभाग ने यूपी के ज्यादातर जिले में आज से तीन तक बारिश तेज हो जाएगी। जमकर बरसात होगी। आंधी का भी अलर्ट जारी किया है।
अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल सिंह के अनुसार, पंजाब से होते हुए यूपी के दक्षिण पूर्व और एमपी के उत्तर पूर्व के ऊपर निचले क्षोभ मंडल में दो चक्रवाती परिसंचरण बने हैं। ये इतने मजबूत हैं कि मॉनसून की तरह एक ट्रफ लाइन पूरे यूपी से होकर गुजर रही है। दूसरी ओर अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह 36 घंटों में उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा। शुक्रवार शाम से दो-तीन दिन तक आंधी-बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी। प्रदेश के ज्यादातर जिले जद में आएंगे। बुधवार रात से लेकर गुरुवार सुबह तक गोरखपुर में सर्वाधिक 73 मिमी वर्षा हुई। तूफानी हवा की गति बुलंदशहर में 87, लखनऊ में 75 किमी प्रति घंटा रही। आंधी-बारिश से कासगंज में सर्वाधिक छह, फतेहपुर में पांच, मेरठ, औरैया, कानपुर में चार-चार, बुलंदशहर, नोएडा में तीन, गाजियाबाद, कानपुर देहात, इटावा, झांसी, मुरादाबाद, आगरा, फिरोजाबाद में दो-दो, अलीगढ़, हाथरस, अयोध्या, अमेठी, एटा, मथुरा, कन्नौज, बदायूं में एक-एक जान गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राहत आयुक्त कार्यालय ने डीएम को निर्देश दिया है कि पीड़ितों को तत्काल राहत और मुआवजा दिया जाए। राहत पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है।
गोरखपुर में सर्वाधिक 73 मिलीमीटर हुई बारिश, लखनऊ में तूफानी हवा
बीती रात से लेकर सुबह तक आंधी के साथ सूबे के ज्यादातर जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। गोरखपुर में सबसे ज्यादा 73 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। तूफानी हवा की गति बुलंदशहर में 87 और लखनऊ में 75 किलोमीटर प्रति घंटा रही। मौसम विभाग के अनुसार गोरखपुर के अलावा महाराजगंज, अयोध्या, अमेठी, बस्ती, संतकबीरनगर, बाराबंकी, मेरठ, नजीबाबाद, बिजनौर, अम्बेडकर नगर में भारी बारिश हुई। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार पंजाब से होते हुए यूपी के दक्षिण पूर्व और एमपी के उत्तर पूर्व के ऊपर निचले क्षोभ मंडल में दो चक्रवाती परिसंचरण बने हुए हैं। ये इतने मजबूत हैं कि मानसून की तरह एक ट्रफ लाइन पूरे यूपी से होकर गुजर रही है। दूसरी ओर अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह 36 घंटों में उत्तर दिशा की ओर बढ़ेगा। नतीजतन इसके आगे बढ़ने के साथ यूपी में मौजूदा मौसमी प्रणाली में तीव्रता आएगी। अरब सागर से मिल रही नम हवा और डीप डिप्रेशन इस तीव्रता को और बढ़ा देगा।
आंधी व बारिश ने ट्रेनों की रफ्तार रोकी, लखनऊ मेल समेत कई ट्रेन हुईं लेट
तेज आंधी व बारिश ने राजधानी में जहां आम जनजीवन पर असर डाला। वहीं ट्रेनों की रफ्तार को भी रोक दिया। इससे दिल्ली, पंजाब, मुंबई, बिहार सहित अन्य राज्यो का सफर करने वाले रेलयात्रियों को काफी दिक्कत हुई। राप्तीगंगा 06 घंटे, पद्मावत 04 घंटे, सुशासन एक्सप्रेस 07 घंटे, लखनऊ मेल व फरक्का पांच घंटे लेट रही। इसके अलावा अयोध्या एक्सप्रेस छह घंटे लेट रही। वहीं ट्रेनों के घंटों विलंब से चलने से रेल यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। रेल यात्री स्टेशन पर अपनी ट्रेन की घंटों तक प्रतीक्षा करते रहे और लगातार मोबाइल पर रेलवे की अधिकारी वेबसाइट और सहयोग केंद्र पर ट्रेन की स्थिति के बारे में जानकारी लेते रहे। वहीं आंधी-पानी के कारण पेड़ गिरने व तार टूटने के बाद रेल संचालन दोबारा सामान्य करने में रेलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
खराब मौसम की वजह से दिल्ली की 4 फ्लाइटें निरस्त
रात से सुबह तक लखनऊ, दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई शहरों में मौसम खराब होने का असर विमान सेवा पर पड़ा। लखनऊ से दिल्ली के बीच चार फ्लाइटें निरस्त हो गईं। दिल्ली से लखनऊ आने वाली एयर इंडिया की सुबह आने वाली फ्लाइट एआई 2477 गुरुवार को निरस्त रही। इसी तरह रात में दिल्ली से लखनऊ आने वाली फ्लाइट एआई 2460 निरस्त रही। लखनऊ से सुबह दिल्ली जाने वाली फ्लाइट एआई 2478 और रात की फ्लाइट एआई 2461 भी निरस्त रही। इसके अलावा एक दर्जन के करीब फ्लाइटें तय समय से लेट हुईं।