TIL Desk लखनऊ:प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर फिजी में भारतीयों का इतिहास तथा उनका जीवन पुस्तक का विमोचन |
प्रख्यात लेखिका और शिक्षाविद डॉ रेखा चतुर्वेदी ने अपनी पीएचडी रिसर्च पर आधारित पुस्तक का किया विमोचन |
डॉ. रेखा चतुर्वेदी स्वर्गीय पंडित बनारसी दास चतुर्वेदी (राज्यसभा सांसद) की पोती हैं | पंडित बनारसी दास चतुर्वेदी ने प्रवासी भारतीयों पर उल्लेखनीय काम किए है।
डॉ. रेखा चतुर्वेदी ने कहा, “फिजी में भारतीयों का इतिहास तथा उनका जीवन (1879 –1947)” भारतीय गिरमिटिया मजदूरों के जीवन और उनके संघर्षों पर गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
यह पुस्तक भारतीय प्रवासी समाज के बलिदानों को पहचानने और उनकी कहानियों को आने वाली पीढ़ियों के लिए संजोने का आह्वान भी करती है।
गिरमिटिया मजदूरों को उस समय के ब्रिटिश शासन के दौरान “कुली” के नाम से जाना जाता था |