लखनऊ डेस्क/ पूर्व संसदीय कार्यमंत्री व सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने कहा कि विधानसभा परिसर अध्यक्ष के अधीन होता है। प्रदेश का टेंडर योगी और देश का मोदी के नाम है। हम उनसे जवाब चाहते हैं कि विधानसभा में पाउडर कैसे आया? जबकि जवाब देने वाले हमसे सवाल कर रहे हैं।
ये बातें उन्होंने सोमवार को विधान भवन परिसर में कही। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में जिस तरह की भाषा बोली वह अमर्यादित व निंदनीय है। उनके शब्द ‘माननीय’ नहीं हैं। आजम ने कहा कि यूपी सबसे बड़ा प्रदेश है, यहां के सांसदों के कारण केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है, लिहाजा सीएम की भाषा पर प्रधानमंत्री को खेद जताना चाहिए। उन्होंने कहा, सरकार काम करने के लिए बनती है, यह सोचना चाहिए कि कैसे बेहतर कर सकते हैं। नेता सदन को बड़ी लकीर खींचनी चाहिए।
सपा सरकार में रिवर फ्रंट बना है, किसी ने गलती की है तो सजा दीजिए। वाराणसी, अयोध्या, मथुरा और अन्य स्थानों पर इससे बेहतर काम करिए, लंदन की तर्ज पर विकास कीजिए। उन्होंने कहा कि नेता सदन के भाषण के बाद इसलिए माइक बंद कर दिया गया, क्योंकि वे उसकी रिएक्शन नहीं सुनना चाहते थे। कहते हो तो सुनने की भी हिम्मत रखो। घटिया शोहरत के लिए जांच, सीबीआई की बार-बार बात करना ठीक नहीं है। उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए शेर पढ़ा, ‘शोहरत की बुलंदी भी पल भर का तमाशा है, जिस साख पे बैठे हो वो टूट भी सकती है।’ उन्होंने तंज कसते हुए कहा, प्रदेश में 24 घंटे बिजली है, कोई अपराध नहीं, सड़के गड्ढामुक्त हो गईं। कहा, छोटे मन वाले लोगों से छोटी उम्मीद ही करनी चाहिए।