कोच्चि डेस्क/ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शुक्रवार को यहां वैश्विक एनआरआई केंद्र (जीएनसी) लांच किया है। एसबीआई के 33 लाख से अधिक एनआरआई ग्राहक हैं। जीएनसी सभी अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए बैंकिंग से संबंधित सेवाओं का वन-स्टॉप ग्राहक सेवा केंद्र होगा।
एनआरआई ग्राहकों के सेवा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए बैंक ने कई अन्य सेवाओं की भी शुरुआत की है, जिसमें वेल्थ मैनेजमेंट, एसबीआई इंटेलिजेंट असिस्टेंट, फ्री पोस्ट बॉक्स सर्विस, अमेरिका में रहनेवाले ग्राहकों के लिए एसबीआई मिंगल और रेमिटेंस सुविधाएं शामिल हैं।
एसबीआई के इस साल 31 जनवरी तक कुल 33 लाख एनआरआई ग्राहक थे। बैंक का जीएनसी के माध्यम से अपने एनआरआई ग्राहकों की सेवाओं को केंद्रीकृत करना है, जो फिलहाल 16 सर्किलों, 92 एनआरआई शाखाओं के माध्यम से 66 अलग-अलग स्थानों से प्रदान की जाती है।
बैंक के एनआरआई ग्राहक अब दुनिया के किसी भी हिस्से से बैंकिंग सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। इनमें खाता खोलना, कर्ज लेना, तुरंत धन प्रेषण जैसी ऑनलाइन सेवाएं शामिल हैं। एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा कि बैंक ने अपने एनआरआई बैंकिंग पोर्टफोलियो का लगातार विकास किया है।
कुमार ने कहा, हमारा प्रयास डिजिटल प्लेटफार्म पर अपने सभी उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करना है, ताकि हमारे एनआरआई ग्राहक दुनिया में जहां भी हों, हमारी बैंकिंग सेवाओं को प्राप्त करने में उन्हें आसानी हो, इसलिए हमने अपनी सभी सेवाओं का केंद्रीकरण किया है और वैश्विक एनआईआर केंद्र के तहत उन्हें प्रदान किया जाएगा।