कन्नौज डेस्क/ नरेंद्र मोदी समाजवादी पार्टी के मजबूत गढ़ कन्नौज में रैली कर रहे हैं। मोदी ने कहा- हमने इतना बड़ा मैदान तय किया लेकिन क्या करें ये भी छोटा पड़ गया। सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से ही सांसद हैं। मोदी ने कहा, 2014 में भी यहां से प्यार मिलता तो अच्छा रहता। लेकिन आपने आंख की शर्म की वजह हमें ये मौका नहीं दिया। कांग्रेस-सपा अलायंस पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा- वो एमएलसी के चुनाव भी हार गए, जनता को ये साथ पसंद नहीं आया।
मोदी ने कहा, आप मुझे आज इतना प्यार और इतना आशीर्वाद दे रहे हो, अगर 2014 में भी मुझे दे दिया होता तो कितना अच्छा होता। कुछ सीटें जहां दो कुनबे के लोग लड़ रहे थे, आपने आंख की शर्म के कारण उन पर कृपा कर दी। इस बार वो दो कुनबे इकट्ठे होकर आपके सपनों को कुचलकर सत्ता हथियाने के लिए आए हैं। आज मैं कन्नौजवासियों में देख रहा हूं कि जो कसर 2014 में रह गई, उसे इस बार आप पूरी करने वाले हैं। मैं वादा कर रहा हूं कि आप जो मुझे प्यार दे रहे हैं, उसे मैं विकास के जरिए लौटाउंगा। भाइयो, बहनो! आज जो कन्नौज की ये इत्र की धरती है। ये धरती हिंदुस्तान के हर कोने में सुगंध फैलाती है। मैं आप लोगों से देश के सवा सौ करोड़ लोगों की खुशी बांटना चाहता हूं। स्पेस में भारत बार-बार नए विकास की सीमाएं पार करता चला जा रहा है।
भाइयो, बहनों! मैं आज इस कन्नौज की धरती से ओडिशा के नागरिकों का विशेष रूप से धन्यवाद करना चाहता हूं। आप सुन लीजिए कि हमारे विरोधी ना जाने कैसे-कैसे झूठ फैलाते हैं, लेकिन वो समझ नहीं पा रहे हैं कि हिंदुस्तान का मतदाता समझदार। ओडिशा में बीजेपी कम ताकतवर थी। लेकिन, कल जब ओडिशा में चुनाव के नतीजे आए बीजेपी को अभूतपूर्व समर्थन ओडिशा ने दिया है। मैं इसके लिए उनका धन्यवाद करता हूं।
अगर गरीब 3 रुपए का खाता है तो सरकार हर दिन उसमें 27 रुपया डालकर उसका पेट भरती है। ये यूपी सरकार कैसी गरीब विरोधी है। हमने अन्नसुरक्षा के तहत यूपी सरकार को कहा कि आपको इतने पैसे देंगे कि गरीब परिवारों को खाना मिल सके। आप उनकी सूची बनाइए। कन्नौज की धरती से बड़ी पीड़ा के साथ कहना पड़ रहा है कि जहां से मुलायम, अखिलेश और उनकी पत्नी ने प्रतिनिधित्व किया है। अभी तक ये लोग कौन गरीब है, किसे सस्ते में खाना देना चाहिए, उसकी सूची भी नहीं दे पाए।’ आप हैरान होंगे कि ये यूपी सरकार ऐसी सोई पड़ी है कि अनाथ आश्रम जैसी जगहों पर गरीबों को खाना खिलाने के लिए दिल्ली की सरकार पैसे लेकर बैठी है, लेकिन ये लोग उन्हें खाना नहीं दे पाते। इन लोगों को बिचौलिए नहीं मिल पा रहे हैं, जो उनका मकसद हल कर सकें।’
ये गरीबों के नाम पर सरकार चलाने वाले। 10-10 साल दिल्ली में कांग्रेस की सरकार चलाने वाले लोग बताएं क्या किया। हमने उस स्टैंट की कीमत सवा लाख करोड़ थी, उसे अब 30 हजार में बेचना पड़ेगा। जो स्टैंट 45 हजार का था, उसे अब 8 हजार में बेचना पड़ेगा। कन्नौज इत्र से भी जाना जाता है और आलू से भी। पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी की बहू ने आलू की फूड प्रोसेसिंग के लिए, चिप्स बनाने के लिए वादा किया था कि नहीं। कारखाना लगा, आलू खरीदे, चिप्स बनी, बाजार में बिकी, किसी के पेट में गई। लेकिन, वो तो चुनाव जीत गए। अब उनसे हिसाब मांगोगे कि नहीं। हिसाब चुकता करोगे कि नहीं। मैं यूपी बीजेपी को धन्यवाद देता हूं कि उसने अपने घोषणा पत्र में एक वादा किया है और वादा किया है कि आलू, प्याज, लहसुन सरकार के मिनिमन सपोर्ट प्राइज से खरीदा जाएगा। आलू के किसान को मरने नहीं दिया जाएगा।’