चंडीगढ़ डेस्क/ डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने अपने अनुयायियों से कहा कि उसका ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव से ओ नेगेटिव हो गया है। राम रहीम अपनी दो शिष्याओं में से बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा है। हालांकि, डेरा प्रमुख, जिनकी 30 दिन की पैरोल रविवार को समाप्त हो गई, ने अपने रक्त समूह में बदलाव के अपने दावे का समर्थन करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया।
इंस्टाग्राम पर, स्वयंभू संत ने डेरा सच्चा सौदा के दूसरे आध्यात्मिक नेता, शाह सतनाम सिंह का आह्वान किया और कहा कि मरने से पहले, रहीम ने उन्हें उनको नहीं छोड़ने के लिए कहा, जिस पर उन्होंने कथित तौर पर जवाब दिया कि वह हमेशा उनके अंदर रहेंगे। इसके बाद उनका ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके ड्राइविंग लाइसेंस पर ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव के रूप में दर्ज किया गया था। रहीम को अगस्त 2017 में दो महिलाओं से बलात्कार के आरोप में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। जनवरी 2019 में, पंचकुला में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने भी रहीम और तीन अन्य को 16 साल पहले पत्रकार राम चंदर छत्रपति की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
25 अगस्त, 2017 को उनकी सजा के कारण पंचकुला और सिरसा में हिंसा हुई थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हो गए थे। रहीम को अपने अनुयायियों के वोटों को प्रभावित करने की क्षमता के कारण लगभग दो दशकों तक पंजाब और हरियाणा में राजनीतिक नेताओं और पार्टियों द्वारा संरक्षण दिया गया था।