TIL Desk लखनऊ:👉लखनऊ में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद शिया समुदाय में आक्रोश है। छोटे इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक हजारों की संख्या में शिया मुसलमानों ने विरोध मार्च निकाला। हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। आकर्षित शिया मुसलमान ने इसराइल के प्रधानमंत्री का पोस्टर जलाकर विरोध जताया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हिजबुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरल्लाह की मौत पर अफसोस जताया ।इस पूरी घटना का जिम्मेदार इसराइल को बताया |
प्रदर्शन में शामिल जैदी ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए ब्लैक डे है। हम सभी लोग नसरल्लाह कुछ श्रद्धांजलि देने और इसराइल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। छोटा इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमाम वाले तक लगभग 1 किलोमीटर लम्बा प्रदर्शन है। नसरल्लाह हमारे बहुत मजबूत लीडर और शिया कौम के मार्गदर्शक थे। नसरल्लाह ने शिया समाज और मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं जिनको बुलाया नहीं जा सकता। ISIS के हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हजरत जैनब के दरगाह की सुरक्षा किया था। उन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के पीड़ितों का साथ दिया । इस पूरी घटना का जिम्मेदार इस्राइल है , वो बेगुनाहों का लहू बहा रहा है।
इस्राइल को बताया मौत का जिम्मेदार:
प्रदर्शन में शामिल हुसैनी टाइगर के सदस्य जरी ने बताया कि हसन नसरल्लाह की मौत का शिया समुदाय तीन दिनों तक शोक मनाएगा । आज हम लोग सड़कों पर उतर कर इस्राइल का विरोध कर रहे हैं। इजराइल का प्रधानमंत्री पीड़ितों की मदद करने वालों पर हमला कर रहा है। हम दुनिया के 56 मुस्लिम मुल्कों से यह गुहार लगाते हैं कि एक साथ आए और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। तीन दिन तक गम सोग मनाएंगे अपने घरों की छतों पर काला झंडा लगा कर श्रद्धांजलि देंगे । हमारी मांग कहा कि इस्राइल फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों पर अपनी आक्रामकता को तत्काल रोके।