TIL Desk गाजीपुर (यूपी):खबर गाज़ीपुर से है।जहां यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने जखनिया विधानसभा क्षेत्र में दौरा किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर हंसराजपुर स्थित विधायक बेदी राम की आवास पर पहुंचे, जहां विधायक बेदी राम सहित कार्यकर्ताओं ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया। इस दौरान मीडिया से रूबरू हुये मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट की सराहना की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट गरीबों किसानों के हित में है। इस बजट से देश की गरीबी दूर होगी।
कच्चे मकान भी पक्के होंगे। बजट को लेकर उन्होंने कहा कि यह अनवरत प्रक्रिया है। हर लोग अपने-अपने तरीके से काम करने के लिए अग्रसर होते हैं और उसी हिसाब से योजना बनाकर काम करते हैं। जो विपक्ष आज जिस बात को कह रहा है जब वह सत्ता में रहता है तो वही बात करता है कि यह किसानों के लिए, शिक्षा के लिए, महिलाओं के लिए, युवाओं के लिए बजट है और जवाब सत्ता से बाहर रहता है तब वह विरोध करता है। उन्होंने कहा कि यह बजट अच्छा है। हर सरकार अध्ययन करके विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करके बजट पेश करती है।
बजट में टैक्स को लेकर दिए गए नए निर्णय पर उन्होंने कहा कि हम लोग केवल विरोध की दृष्टि से इसे ना देखें। संविदा और आउटसोर्सिंग में आरक्षण को लेकर वायरल हो रही केशव प्रसाद मौर्य की चिट्ठी पर उन्होंने कहा कि संविदा और आउटसोर्सिंग की व्यवस्था बसपा ने लाया और उसमे व्यवस्था हुआ कि साढ़े 22% अनुसूचित जाति को 27% पिछड़ा वर्ग आरक्षण होगा। इसे समाजवादी पार्टी की सरकार ने रोका। हमारी सरकार आरक्षण के पक्षधर है। इसके लिए हम सीएम योगी से मिलेंगे और बात रखेंगे। एक दिन पूर्व केशव प्रसाद मौर्य से हुई मुलाकात पर उन्होंने कहा कि कल मैं उत्तर प्रदेश के 75 जिले के जिला पंचायत अध्यक्षों को बुलाया था, क्योंकि मैं पंचायती राज मंत्री हूं। वह हाल बुक हो गया था और सबको सूचना पहुंच गई थी।
सीएम मीटिंग की सूचना मुझे बाद में मिला, इसलिए मैंने मुख्यमंत्री जी को मैसेज भेज दिया और उन्होंने ही कहा कि आप उस मीटिंग को देख लीजिए, मैं यहां देख लेता हूं। रही बात केशव प्रसाद मौर्य से मिलने की तो मैं कई मंत्रियों से मुलाकात भी किया हूं।
दुकानों से नेम प्लेट हटाने के कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा कि यह योगी जी का फैसला नहीं था बल्कि मुलायम सिंह जी का फैसला था। यह व्यवस्था मुलायम सिंह के कार्यकाल में बनाई गई थी। उसे योगी जी ने लागू किया था। इसी पर तो मुझे हंसी आती है कि आज समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर अपने पिता का विरोध कर रहे हैं। योगी जी के हटाए जाने की चर्चाओं पर उन्होंने कहा कि इस तरह की चर्चा 6 साल से मैं सुन रहा हूं।लेकिन ऐसा कहीं कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे अखिलेश जी के अति उत्साही बयान पर आश्चर्य हुआ जब उन्होंने लोकसभा में वहां के सांसद को भगवान राम की उपाधि दे दी। उन्हें अयोध्या नरेश कह दिया। वह सांसद हो सकते हैं अयोध्या के राजा नही।
बेदी राम के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ पत्रकार साथी भ्रामक और गलत खबर चला देते हैं। किसी ने चला दिया कि बेदी राम गिरफ्तार, जबकि वह तो किसी बारात में रसमलाई काट रहे थे। फिर एक खबर चला कि ओमप्रकाश राजभर के विधायक को नीट मामले में गिरफ्तार किया गया। अब सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने चार्जसीट दाखिल कर दी है उसमें बेदी राम का नाम ही नहीं है। जो मामले सामने आए भी वह सपा सरकार के वक्त के हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो बेदी राम को जानता भी नहीं था। बेदीराम जी को समाजवादी पार्टी ने 8 महीने मुझे टहलाने के बाद कहा कि प्रत्याशी ये होंगे सिंबल आपका होगा। आप चले जाइए जाफराबाद अजगरा सलेमपुर में विधायक हमारे सिंबल के हैं और सपा का झंडा लेकर घूमते हैं।
बाईट- ओपी राजभर, (मंत्री यूपी सरकार)